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शुभ रात्रि

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रात्रि भोजन

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સાંજનું ભોજન

Last Update: 2014-08-20
Usage Frequency: 1
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रात्रि दर्शन

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રાત્રિ દર્શન

Last Update: 2018-12-24
Usage Frequency: 2
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% 1 की रात्रि

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પૃથ્વી રાતનાં સમયે

Last Update: 2018-12-24
Usage Frequency: 2
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तारीख की रात्रि

Gujarati

તારીખ & સમય

Last Update: 2011-10-23
Usage Frequency: 1
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आज रात्रि में क्या है

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પાર્ટિશનર ચાલુ કરે છે

Last Update: 2018-12-24
Usage Frequency: 2
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रात्रि की अवधि:% 1 घंटे

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ઉથલાવવાનો એનિમેશન સમયગાળો: (f)

Last Update: 2018-12-24
Usage Frequency: 2
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आज रात्रि में किसी भी समय

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સમય વિસ્તાર સંગ્રહ કરે છે...

Last Update: 2018-12-24
Usage Frequency: 2
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आपका कल का दिन शुभ हो

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have a nice day tomorrow

Last Update: 2019-12-04
Usage Frequency: 1
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Reference: Anonymous

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तब वह टुकड़ा लेकर तुरन्त बाहर चला गया, और रात्रि का समय था।।

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ઈસુએ આપેલી રોટલી યહૂદાએ સ્વીકારી પછી યહૂદા બહાર ગયો. તે રાત હતી. ઈસુ તેના મૃત્યુ વિષે વાત કરે છે

Last Update: 2019-08-09
Usage Frequency: 1
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Reference: Anonymous

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और उसके किनारे किनारे कठिनता से चलकर शुभ लंगरबारी नाम एक जगह पहुंचे, जहां से लसया नगर निकट था।।

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અમે કિનારે કિનારે હંકારી ગયા. પણ હંકારવું ઘણું કઠણ હતું. પછી અમે (સલામત બંદર) (સેફ હાબેર્સ) નામે ઓળખાતી જગ્યાએ આવ્યા. ત્યાં નજીકમાં લસૈયા શહેર છે.

Last Update: 2019-08-09
Usage Frequency: 1
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Reference: Anonymous

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जो लोग गांवों में रहते हैं उन्हें शहरी जीवन अत्यधिक अरूचिकर लगता है । वहाँ का शोर-शराबा, धूल और धुँआ, भागदौड़ और अशांति उन्हें चका-चौंध कर देती है । वे लोग आराम से जीवन को व्याप्त करने के आदी होते हैं इसलिए वे ऐसा समझते है जैसे विदेश में आ गए हों । वहाँ के निरंतर शोर को वे सह नहीं सकते और बड़े तनाव की स्थिति में रहते है । परंतु शहर में जन्मे और वहीं पर पले व्यक्ति की स्थिति बिल्कुल भिन्न होती है । यह भीड़-भाड़ और लोगों की गहमा-गहमी उसको निरंतर शक्ति प्रदान करती है । इससे वह लोगो के संपर्क में आता है और उसमें मानवीय भाईचारे की भावना पैदा होती है । वह हमेशा उत्साहपूर्ण रहता है और इससे अच्छा अनुभव करता है । प्रत्येक दिन उसके सामने नई समस्याएं और उलझनें लाता हैं और उसे इनमें जल्दी से जल्दी तालमेल बिठाना होता है जिसके लिए उसे काफी परिश्रम करना पड़ता है । जीवन उसके लिए साहसपूर्ण, नवीनता से परिपूर्ण और हर कदम पर अप्रत्याशित होता है । शहरी जीवन की अपनी ही एक विशेष पद्धति होती है । सवेरा होते ही फेरी लगाने वालों और मोटरगाड़ियों के भोंपुओं की आवाजें आने लगती है । जैसे-जैसे दिन चढ़ता जाता है यह शोर और हलचल बढ़ती ही जाती है । जब दोपहर होती है तो कुछ घंटो के लिए रिहायशी क्षेत्रों में कुछ शांति हो जाती है । दोपहर बाद यह शोर बढ़ने लगता है । बच्चे स्कूलों से आते हैं और जल्दी-जल्दी खाना खाकर खेलने के लिए मैदानों में चले जाते हैं । दफ्तर के बाबू और कारखानों के मजदूर थके-मांदे और उदासीन घर को लौटते हैं, आराम से चाय-पानी पीते है और समूहों में बैठकर एक दूसरे से बातें करते और सुनते हैं । मोटर कारों के भोंपू एक बार फिर गलियों में गूँजते है । दुकानों पर स्त्री-पुरूषों की भीड़ खरीदारी के लिए इकट्‌ठा हो जाती है । सभी सिनेमाघरों में मनोरंजन के इच्छुक लोगों की भीड़ लग जाती है और फिर धीरे-धीरे यह तेजी घटती जाती है और रात्रि के अंधकार में समा जाती है । प्राय: लोग शहरों में रहना पसंद करते है । जॉनसन ने एक बार कहा था कि ” जब कोई व्यक्ति लंदन से ऊब जाता है तो वह जीवन से ही ऊब जाता है । ” यही बात सब शहरों के बारे में कही जा सकती है । शहरों के प्रति प्रेम के कई कारण है । शहरों में बहुत से लोगों को रोजगार मिलता है और इसीलिए वे शहरों की हानियों को भी सहन कर लेते है । शहरों में हजारों व्यवसाय हैं । advertisements: वहाँ पर आधुनिक जीवन की सभी सुख-सुविधाएं मिलती है, जो हमारे गांव में उपलब्ध नहीं होती । शहरों मे हर प्रकृति और स्वभाव के लोगों के लिए स्थान है । यहाँ पर नीरसता और उदासीनता की भावना कभी भी उत्पन्न नहीं होती । इन सभी कारणों से जो लोग शहरों को अच्छा नहीं समझते वे भी शहरों की ओर खिंचे आते हैं । नगर वास्तव में उन लोगों के लिए विश्वविद्यालय होते हैं जो अनुभव और अवलोकन से कुछ सीखना चाहते हैं । किसी ने ठीक ही कहा है कि ”यदि आप चाहते हैं कि आपको सभी जाने और आप कुछ न जाने तो गांव में रहें, परन्तु यदि जानना चाहते हैं और आपको कोई न जाने, तो शहर में रहो ।”

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Last Update: 2020-10-13
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