Aprendiendo a traducir con los ejemplos de traducciones humanas.
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खिलाड़ी है ai
player is ai
Última actualización: 2018-12-24
Frecuencia de uso: 3
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हम एक खिलाड़ी है
we are a player
Última actualización: 2024-01-28
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tum एक खिलाड़ी है
your is a player
Última actualización: 2020-12-21
Frecuencia de uso: 1
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वह अच्छे खिलाड़ी है
they play in the evenings.
Última actualización: 2022-03-22
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क्या वह एक खिलाड़ी है।
she is not a woman.
Última actualización: 2023-12-17
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विजेता खिलाड़ी है% 1!
winner is player %1!
Última actualización: 2018-12-24
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क्या मदन और मोहन खिलाड़ी है
kya madan aur mohan khiladi hai
Última actualización: 2024-06-20
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यह मेरा पसंदीदा खिलाड़ी है।
it's my favourite player virat kohli
Última actualización: 2022-09-09
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जीवन एक खेल समर्थक खिलाड़ी है
life is a game pro player
Última actualización: 2023-03-21
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ये मेरे पसंदीदा क्रिकेट खिलाड़ी हे
and my favorite cricket player hey
Última actualización: 2021-03-11
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वह रेरापुट का एक अच्छा खिलाड़ी है
he flear in the eving daily
Última actualización: 2022-10-05
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कुछ लोग कहते हैं कि वह एक अच्छा खिलाड़ी है
you are a good player
Última actualización: 2021-02-17
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बायचुंग भूटिया एक प्रसिद्ध भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी है ।
baichung bhutia is famous indian football player .
Última actualización: 2020-05-24
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राम एक खिलाडी है
ram is a player.
Última actualización: 2023-09-14
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वे लडके अच्छे खिलाडी है
those guys were good players
Última actualización: 2024-03-23
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यदि आप क्रिकेट के खिलाडी है ,
if you are a nba player
Última actualización: 2020-05-24
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उनमें से एक आरमतलब खिलाड़ी है जो एक आदिवासी लड़की पर नजर गड़ाता है और अंततः उसे फुसलाने में सफल हो जाता हैं यह लड़की आदिवासी पहिलाओं का रुढ़ रुप है जो प्रतिरोध करती है ।
one of them is an easygoing sportsman who eyes and finally buys the favours of a tribal girl simi garewal in a stereotypification of tribal women that evoked protest .
Última actualización: 2020-05-24
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इसी बीच गेंदबाज की टीम के अन्य सदस्य मैदान में क्षेत्ररक्षक के रूप में अलग अलग स्थितियों में खड़े रहते हैं ये खिलाड़ी बल्लेबाज को दौड़ बनाने से रोकने के लिए गेंद को पकड़ने का प्रयास करते हैं और यदि सम्भव हो तो उसे आउट करने की कोशिश करते हैं ।
meanwhile , the other members of the team that is bowling , are scattered in a definite pattern in the field and their aim is to catch the ball after it is hit by the bat . if they accomplish the task of catching the ball before it hits the ground , then they have scored one wicket .
Última actualización: 2020-05-24
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१९६५ में, चीन मे नागरिक-आयु का भी फ़ायदा रहा है। औसतन, चीनी लोग १९६५ में, कम से कम दस साल ज्यादा जीते थे भारतीयों के मुकाबले। तो यदि आपको चुनना हो चीनी और भारतीय होने के बीच, आप चीनी हो जायेंगे जिस से कि आप दस साल ज्यादा जियें। हाँ, यदि आप ये फ़ैसला १९६५ में लेते, तो उसका नुकसान ये होता कि अगले ही साल आप सांस्कृतिक क्रांति की उथल-पुथल में फ़ँस जाते। तो आपको हमेशा बहुत सावधानी से सोचना होता है इन फ़ैसलों के बारे में। यदि आप अपनी नागरिकता नहीं चुन सकते, तो आप भारतीय पुरुष होना पसंद करते। क्योंकि, एक भारतीय पुरुष, करीब दो साल अधिक जीता था, एक भारतीय महिला की तुलना में। ये बहुत ही ज्यादा अजीब तथ्य है। ऐसा बिरला ही कोई देश होगा जहाँ ऐसा नमूना देखा गया हो। ये उजागर करता है विधिवत पक्षपात और शोषण भारतीय समाज में, महिलाओं के खिलाफ़। अच्छी ख़बर ये है कि २००६ तक आते आते, भारत ने खत्म कर दिया इस फ़र्क को आदमी और औरत के बीच, आयु-औसत के आँकडों के हिसाब से। आज, भारतीय महिलाओं की औसत आयु कहीं ज्यादा है भारतीय पुरुषों के मुकाबले। तो भारत बाकी दुनिया सरीका हो रहा है। मगर भारत को अभी भी बहुत काम करना है औरत-मर्द की बराबरी के लिये। ये दो तस्वीरें गुआनडोंग राज्य की गारमेंट फ़ैक्ट्रियों की, और भारत की गारमेंट फ़ैक्ट्रियों में ली गयी हैं। चीन में, महिला कारीगर भरे हैं। ६० से ८० प्रतिशत चीनी श्रमिक महिलायें हैं देश के तटीय इलाकों में, जबकि भारत में, ज्यादातर श्रमिक मर्द हैं। फ़िनान्शियल टाइम्स ने इस तस्वीर को छापा था, जो कि एक भारतीय टेक्सटाइल फ़ैक्ट्री की है, इस शीर्षक के साथ, "भारत चीन को टेक्सटाइल में पीछे छोडने के लिये तैयार।" इन दोनों तस्वीरों को देख कर, मै कह सकता हूँ, नहीं, अभी काफ़ी समय है चीन के पिछडने में। अगर आप बाकी पूर्व एशियाई देशों को देखें, औरतें वहाँ एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं आर्थिक विकास में -- उत्पादन क्षमता के विस्फ़ोटक विकास में, जिसे पूर्व एशिया में देखा गया है। भारत को अभी बहुत सफ़र तय करना है चीन तक पहुँचने के लिये। फ़िर, मसला आता है कि, चीनी राजनैतिक प्रणाली को कैसे देखें? आपने मानव-संसाधन-पूँजी की बात की, आपने शिक्षा, और जन-स्वास्थ की बात की। लेकिन राजनैतिक प्रणाली का क्या? क्या ये सच नहीं है कि एकदलीय राजनैतिक प्रणाली ने चीन का आर्थिक विकास किया है? असल में, इस का जवाब इतना सीधा-साधा नहीं है, जटिल है। ये निर्भर करता है कि आप कहाँ फ़र्क करते हैं राजनैतिक प्रणाली की स्थिर विशेषताओं और चलायमान विशेषताओं के बीच। स्थिरता है कि चीन एकदलीय है, सत्तावादी है -- इस पर तो कोई सवाल ही नहीं है। चलायमान क्या है -- कि ये समय के साथ बदल रहा है, और कम सत्तावादी और ज्यादा लोकतांत्रिक हो रहा है। जब आप किसी बदलाव का कारण खोजते हैं -- जैसे कि, आर्थिक विकास; आर्थिक विकास बदलाव से जुडा होता है -- जब आप बदलाव के कारणॊं की खोज करते हैं, आप बाकी बदलती हुई चीजों का इस्तेमाल करते हैं, न कि रुकी हुई चीजों का। कभी कभी रुकी हुई चीजें भी बदलाव का कारण हो सकती है, मगर वो सिर्फ़ इसलिये कि उस स्थिर चीज के अलावा बाकी चीजें बदल रही होती हैं। राजनैतिक बदलाव के अंतर्गत, चीन में ग्राम-चुनाव शुरु हो गये हैं। संपत्त्ति के अधिकार बेहतर हुये हैं। और उन्होंने सुरक्षा बढा दी है, दीर्घकालिक भूमि-लीज़ की। ग्रामीण चीन में आर्थिक नवीनीकरण हुये हैं। चीन में ग्रामीण उद्यमिता की क्रांति भी आ रही है। मेरे हिसाब से राजनैतिक बदलाव की गति अत्यधिक धीमी है, बहुत ही शिथिल। और मेरा निजी विचार ये है कि चीन को भविष्य में कुछ गंभीर चुनौतियों का सामना करना पडेगा, क्योंकि उन्होंने राजनैतिक बदलाव तेजी से नहीं किये हैं। मगर इस के बावजूद भी, प्रणाली के बदलाव की दिशा उदारपंथी ही है, लोकतांत्रिक दिशा की ओर। आप यही सिद्दांत भारत पर ही लागू कर सकते हैं। और तथ्य ये है कि जब भारत का विकास धीरे हो रहा था -- करीब एक प्रतिशत, दो प्रतिशत प्रति वर्ष -- उस समय भारत सबसे कम लोकतांत्रिक था। इंदिरा गाँधी ने १९७५ में आपातकाल की घोषणा कर डाली थी। भारतीय सरकार का सर्वाधिकार था, सारे के सारे टी.वी. स्टेशनों पर। ९० के दशक के भारत के बारे में कम ही लोग ये जानते है कि इस देश ने न सिर्फ़ आर्थिक दुरुस्ती की, बल्कि राजनैतिक सुधार भी किया ग्रामों मे स्व-शासन लागू कर के, मीडिया का निजीकरण कर के और सूचना अधिकार लागू कर के। तो बदलाव से होने वाले विकास का सिद्धांत चीन और भारत दोनों पर ही लागू होता है कि किस दिशा में उन्हें जाना है। क्यों इतने लोग ये मानते हैं कि भारत में विकास नहीं हो रहा है ? एक कारण ये है कि वो हमेशा भारत की तुलना चीन से करते हैं। मगर चीन तो अपवाद है आर्थिक विकास के मामले में। यदि आप क्रिकेट के खिलाडी है, और आपकी तुलना हमेशा सचिन तेंदुलकर से की जाये, तो लगेगा कि आप कुछ ख़ास नहीं है। पर इसका मतलब ये तो नहीं है कि आप एक खराब क्रिकेट खिलाडी हैं। सर्वश्रेष्ठ अपवाद से तुलना गलत आंकलन है। सच ये है कि यदि आप भारत की तुलना औसत विकसित देश से करें, और आज ही नहीं, और पहले भी, तो भारत में विकास की दर की -- आज भारत आज ८ से ९ प्रतिशत की दर से विकसित हो रहा था -- आज से पहली भी, भारत आर्थिक विकास में विश्व में चौथे स्थान पर था, विकासशील अर्थ-व्यवस्थाओं में। ये साधारण बात नहीं है। चलिये भविष्य पर एक नज़र डालें। चीनी ड्रेगन और हिन्दुस्तानी हाथी का मुकाबला। किस देश के पास विकास का बेहतर आवेग है? चीन, मेरे हिसाब से, अभी भी कुछ मूल बातों में बहुत तगडा है -- जैसे कि सामाजिक व्यवस्था, जन-स्वास्थ, समानता की भावना जो कि आपको भारत में नहीं मिलती। मगर मेरा विश्वास है कि भारत के पास भी आवेग है। उसकी मूल विशेषतायें बेहतर हो रही हैं। सरकार ने प्राथमिक शिक्षा में निवेश किया है, प्राथमिक चिकित्सा में निवेश किया है । मेरा मानना है कि सरकार को और भी करना होगा, मगर कुछ भी हो, जिस दिशा में वो जा रही है, वो सही दिशा है। भारत में संसथान हैं जो आर्थिक विकास को बढावा देते हैं, जबकि चीन अभी भी प्रयत्न कर रहा है राजनैतिक सुधार लाने का। मेरा मानना है कि राजनैतिक व्यवस्था कि दुरुस्ती चीन के लिये अनिवार्य है यदि उसे विकास करते रहना है। और ये राजनैतिक बदलाव अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं, आर्थिक विकास के फ़ायदे को बराबर सबमें बाँटने के लिये। मैं नहीं जानता कि ऐसा होगा या नहीं, मगर मैं आशावादी हूँ। मेरी आशा है, कि पाँच साल बाद मैं, टेड ग्लोबल सेमिनार में कहूँगा कि चीन में राजनैतिक बदलाव ज़रूर आयेगा। आप का बहुत बहुत धन्यवाद। (अभिवादन । तालियों की गडगडाहट)
life expectancies: as early as 1965, china had a huge advantage in life expectancy. on average, as a chinese in 1965, you lived 10 years more than an average indian.
Última actualización: 2019-07-06
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