Imparare a tradurre dagli esempi di traduzione forniti da contributi umani.
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khwaish
wishes
Ultimo aggiornamento 2017-06-01
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khwaish puri
khwaish puri
Ultimo aggiornamento 2023-07-05
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meri ek khwaish puri karo
meri ek khawish puri karogi
Ultimo aggiornamento 2019-01-31
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allah tumhari har khwaish puri kare
allah apki har wishpuri kare
Ultimo aggiornamento 2022-03-21
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main kisi ki zaroorat nahi khwaish banna chahti ho
main kisi ki zaroorat nahi khwaish banna chahti ho
Ultimo aggiornamento 2020-10-14
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aap hmesa khus or aapke sare dreams or khwaish puri ho
aap hmesa khus or aapke sare dreams or khwaish puri ho5
Ultimo aggiornamento 2021-07-31
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(हंसी) लेकिन, मुद्दा यह है की जब लोग इस उदहारण की बात करते है, वे सिर्फ भारत के बारे में बात नहीं करते है, यह कोई मुद्दा नहीं है. क्योकि अंत में, उस चुनाव के परिणाम से दुनिया को कोई फर्क नहीं पड़ता. भारत स्वयं भारत ही बन रहा था. और अंत में, जैसा की मैं देख रहा हु, यह एक मुद्दे से ज्यादा बेहतर ही काम करता है. सरकार कहानिया सुननाने में अव्वल नहीं है. लेकिन, लोग समाज को उसी नज़र से देखते है जो की वह समाज है, और यह, जैसा की मैं सोचता हु, अंत में, अंतर लाएगा, आज के इस सूचना के युग में, इस "टेड" युग में. तो भारत अब, जाती, धर्म और भाषा के राष्ट्रवाद से परे है, क्योकि हमारे यहाँ सभी जातिया, जो की मानव को ज्ञात है, है, वास्तव में, हमारे यहाँ वे सभी धर्म है जो जो की मानव को ज्ञात है, शिन्तो धर्म को छोड़ कर. यद्यपि उसमे में कही हिन्दू तत्त्व है. हमारे संविधान में २३ अधिकारिक भाषाओ को मान्यता प्राप्त है. और जिन लोगो ने यहाँ अपने पैसे दिए है, वे यह जान कर आश्चर्यचकित हो जायेंगे यह देख कर की, एक रूपए के नोट पर कितनी भाषाओ से उसका मूल्य लिखा गया है. हमारे पास यह सब कुछ है. हमारी भोगोलिक स्तिथि भी एक भांति की नहीं है. क्योकि यहाँ उपमहाद्वीप का प्राकृतिक भूगोल, पहाड़ो और समुद्र से तराशा हुआ, खंडित कर दिया गया, १९४७ के पाकिस्तान के बंटवारे की वजह से. वास्तविकता में, आप इस देश का नाम भी सिर्फ बोलने के इए नहीं बोल सकते. क्योकि यह नाम "इंडिया", इंडस नदी से लिया गया है, जोकि अब पाकिस्तान से होकर गुज़रती है. लेकिन पूरा मुद्दा यह है की भारत एक कल्पना का राष्ट्रवाद है. यह एक कल्पना है सदा-सर्वदा-भूमि की, एक प्राचीन सभ्यता से उभरती हुई, इतिहास के योगदान से संगठित हुई वि, और इन सबसे ऊपर, बहुवाद लोकतंत्र से निरंतर स्थिर बनी रही. यह एक इक्कीसवी सदी की कहानी है, और एक प्राचीन कहानी भी हैं. और यह उस कल्पना का राष्ट्रीयकरण है जो कहता है की आप भिन्न भिन्न प्रकार की जाती, पंथ, रंग, संस्कृति, खान-पान, प्रथा एवं पहनावे को मानते है, औए फिर भी एक आम सहमति बना लेते है. और यह सहमती एक बहुत ही सरल सिद्धांत पर है, की भारत जैसे इस अनेकता के लोकतंत्र में आपको हमेशा एक ही बात पर सहमती नहीं बनानी पड़ती, जब तक आप उस नियम कायदे क़ानून मानते रहे की आप कैसे असहमति जताते है. यह भारत की सफलता की कहानी है, एक देश जिसके बारे में पंडित विद्वानों और पत्रकारों ने यह सोच लिया था की वह खंडित हो जायेगा, ५० व ६० के दशक में, लेकिन इन्होने इस बात पर सहमती बना ली की असहमति में भी कैसे जिया जाये. अब यही वो भारत है जो इक्कीसवी सदी में उभर रहा है. और मैं यही कहना छह रहा था की, अगर भारत के बारे में कुछ उल्लासपूर्ण hai, तो वह ना तो सेन्य शक्ति है, न ही आर्थिक ताकत. और वो जो कुछ भी आवश्यक है, लेकिन हमारे पास अभी भी बहुत सारी समस्याएं है सुलझाने के लिए. किसी ने कहा था की हम अति दरिद्र है और अति शक्तिशाली भी. हम वास्तव में ये दोनों साथ में नहीं हो सकते. हमे अपनी दरिद्रता को हराना है. हमे अभी समाधान करने है विकास के हार्डवेयर का, बंदरगाहों का, सडकों का, हवाईअड्डो का, और सभी बुनियादी ढांचों एवं सुविधायों का, और विकास के सोफ्टवेयर का, मानव संसाधन का,एक आम आदमी की जरूरत का की वह दो वक्त की रोटी खा सके, अपने बच्चो को भेज सके एक अच्छे विद्यालय में, और एक ऐसी नौकरी की khwaish जो उन्हें जिंदगी में ऐसे अवसर दे सके की वे अपने आप को परिवर्तित कर सकें. लेकिन, यह सब हो रहा है, यह एक महान रोमांचक यात्रा है इन सभी चुनौतियों पर काबू पाने की, उन वास्तविक चुनौतियों पर जिनका हम सभी दिखावा करते है की वे हैं ही नहीं. लेकिन, ये सब एक खुले समाज में हो रहा है, एक संपन्न और विविध और अनेकाताओ से भरी सभ्यता में, उसमे जिसने ढृढ़ निश्चय कर लिया है स्वतन्त्र होने का और लोगो की रचनात्मक बल को पूरा करने का. और इसलिए भारत 'टेड'(ted) में है, और इसीलिए 'टेड'(ted) भारत में है. बहुत बहुत धन्यवाद.
(laughter) but, the issue is that when i talked about that example, it's not just about talking about india, it's not propaganda. because ultimately, that electoral outcome had nothing to do with the rest of the world.
Ultimo aggiornamento 2019-07-06
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