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मैं विद्यार्थी हूं और अन्य विषय पढ़ रहा हूं
Είμαι φοιτητής/ τρια που σπουδάζει κάτι άλλο
最終更新: 2018-12-24
使用頻度: 2
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मैं विद्यार्थी हूं और सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट पढ़ रहा हूं
Είμαι φοιτητής/ τρια που σπουδάζει ανάπτυξη λογισμικού
最終更新: 2018-12-24
使用頻度: 2
品質:
मेरा नाम अरविंद गुप्ता है, और मैं एक खिलौने-वाला हूँ। मैं पिछले ३० सालों से खिलौने बना रहा हूँ। सत्तर के दशक की शुरुवात में, मैं कॉलेज में था। वो बडा ही क्रांतिकारी समय था। राजनैतिक अस्थिरता का समय -- पेरिस की गलियों में विद्यार्थी क्रान्ति कर रहे थे, सत्ता के खिलाफ़ बगावत। अमरीका हिला हुआ था वियतनाम-खिलाफ़त आंदोलन से, नागरिक अधिकारों के लिये आंदोलन से। भारत में, नक्सलवादी आंदोलन चल रहा था, जय प्रकाश नारायण आंदोलन। पर जैसा कि आपको पता है, जब भी समाज का राजनैतिक मंथन होता है, तो बहुत ऊर्जा निकलती है। भारत का राष्ट्रीय आंदोलन इस बात का खडा सबूत था। कई लोगों नें अपनी बडी तनख्वाह वाली नौकरियाँ छोड दीं, और राष्ट्रीय आंदोलन का हिस्सा बन गये। इधर सत्तर के दशक के पूर्वार्ध में, भारत में एक महान कार्यक्रम चला, प्राण-वायु फ़ूँकने का, गाँव के स्कूलों में प्राथमिक विज्ञान शिक्षा में। एक व्यक्ति थे, अनिल सदगोपाल, कैलटेक विश्वविद्यालय से पी.एच.डी. कर के, एक मोलिक्यूलर बायोलोजिस्ट की रूप में भारत के तेज-तर्रार शोध संस्थान, टी. आई. एक. आर. लौटे। ३१ साल की उम्र में उन्होंने स्वयं को असमर्थ पाया अपनी शोध को जोड पाने में, जो वो कर रहे थे, आम आदमी के जीवन से। तो उन्होंने एक ग्रामीण विज्ञान कार्यक्रम का नमूना बनाया और उसे शुरु किया। इस से कई लोग उत्साहित हुये। सत्तर के शुरुवाती सालों का नारा था
Το όνομά μου είναι arvind gupta και είμαι κατασκευαστής παιχνιδιών. Φτιάχνω παιχνίδια τα τελευταία 30 χρόνια. Στις αρχές του 70', ήμουν στο κολλέγιο.
最終更新: 2019-07-06
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