検索ワード: the student chair are next to their desks (英語 - ヒンズー語)

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ヒンズー語

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英語

i wish you are next to me and i say one favour for me to hug

ヒンズー語

काश तुम मेरे बगल में होते8

最終更新: 2024-01-11
使用頻度: 1
品質:

英語

the students , who have completed postgraduate in ayurveda , are admitted for critical study of concerned samhita , related to their pg degree .

ヒンズー語

जिन छात्रों ने आयुर्वेद में स्नातकोत्तर पूरा कर लिया है उन्हें अपनी स्नातकोत्तर डिग्री से सम्बन्धित संहिता के महत्वपूर्ण अध्ययन के लिए भर्ती किया जाता है ।

最終更新: 2020-05-24
使用頻度: 1
品質:

英語

the programme is envisaged to encourage the students to relate the leaning of science to the environment around , to their immediate social and physical environment and provide them a forum to interact with scientists to quench their curiosity and thirst for creativity .

ヒンズー語

इस कार्यक्रम को उद्देश्य बच्चों को अपने आस - पास के वातावरण , नजदीक के सामाजिक तथा प्राकृतिक वातावरण से विज्ञान सीखने के लिए प्रोत्साहित करना और ऐसा मंच प्रदान करना है , जहां पर बच्चे वैज्ञानिकों से मिलकर अपने प्रश्नों के उत्तर पा सकें तथा सृजनात्मक बन सकें ।

最終更新: 2020-05-24
使用頻度: 1
品質:

英語

in activities of seva - satsang the raag-dwesh that have occurred between mahatmas this evening we will do [samayik] for our relatives and family members. right now, all our fellow spiritual colleagues are next to us.

ヒンズー語

सेवा-सत्संग के कार्यों में महात्माओं के प्रति हुए राग-द्वेष प्रतिक्रमण पारायण - 2009 शाम को परिवारजनों और घरवालों की सामायिक करेंगे अभी सारे सहाध्यायी साथ-साथ हैं और रहते ही हैं और क्या है कि सभी की अपनी अलग प्रकृति है यह तो दादा भगवान परिवार का ऐसा मेला लगा है कि गुजरात के कोने-कोने से सभी आए हैं हिन्दुस्तान के कोने-कोने से और फॉरेन से, सभी इकट्ठे हुए हैं और फिर सभी एक ही ध्येयवाले और अलग-अलग प्रकृतिवाले किसी को तीखा अच्छा लगता है किसी को फीका अच्छा लगता है किसी को खट्टा नहीं चाहिए किसी को ज़्यादा खट्टा चाहिए किसी को उबला हुआ चाहिए और कोई कहेगा कि मुझे फीका और वैसा चाहिए ऐसा सब कितना ही सभी का सभी को एक जैसा मिलना, मेल ही नहीं बैठता और फिर भी सभी एक ही ध्येय से इकट्ठे होकर सारे एडजस्टमेन्ट लेते ही रहते हैं 20-25 बार एडजस्टमेन्ट लिया और एकाध बार पटाखा भी फूट जाता है तब फिर एक-दूसरे को दुःख भी हो जाता है फिर प्रतिक्रमण करते हैं अभेदता रखना चाहते हैं यानी इन सभी के बीच एक-दूसरे को दुःख दे दिया गया हो या एक-दूसरे के दोष देखे हों एक-दूसरे के साथ कुछ टकराव हो गया हो तो आज खास तौर से एक-दूसरे के प्रतिक्रमण करेंगे और पक्का निश्चय करेंगे कि अपना वैसे भी कई सालों से हमें अनुभव हो रहा है कि हर साल, पिछले साल की तुलना में प्रोग्रेस हो रही है और 80 प्रतिशत या 90 प्रतिशत, महात्माओं के बीच या सेवार्थी महात्माओं के बीच सभी ग्रुपों के बीच अभेदता और प्रेम बढ़ता ही जा रहा है फिर भी 2-5 प्रतिशत जो कमियाँ रह गई हों उन्हें देखकर, प्रतिक्रमण करके धो लेना चाहते हैं ऐसी भावना रखेंगे कि अपने दादा भगवान के अक्रम विज्ञान की फाउन्डेशन है लघुत्तम भाव और अभेद भाव अभेद दृष्टि तो हम अभेद दृष्टि नहीं चूकेंगे और लघुत्तम भाव के अहंकार की बिलीफ लघु, लघुत्तर और लघुत्तम हो जाए उस ध्येय तक पहुँचना है और उसमें एक-दूसरे को महान उपकारी ही मानना है आईना कहते हैं, वैसा अथवा उपकारी मानते हैं कि मुझे मेरी प्रकृति कौन दिखाएगा अथवा कचरे के सींग कौन तोड़ देगा तो करीबवाले हमारे लिए हितकारी बन जाते हैं इसलिए हमें हमेशा उनके पॉज़िटिव देखने हैं रियल में शुद्धात्मा देखना है रिलेटिव में पॉज़िटिव देखना है और महान उपकारी मानना है कि मेरी प्रकृति के कचरे साफ करने में हितकारी है, उपकारी है और आज हम खास तौर से सहाध्यायियों के एक-दूसरे के प्रतिक्रमण करेंगे जब से हमारी इस सत्संग में एन्ट्री हुई तब से पहले शुरुआत में हमें बहुत मान मिला इसलिए हमें सब बहुत अच्छे लगते थे फिर धीरे-धीरे जब हम सेट हो जाते हैं तो मान कम मिलने लगाता है इसलिए हमें नेगेटिव शुरू हो जाता है यह जनरल, जनरल हम प्रकृति के स्वभाव पहचानेंगे कि अहंकार का स्वरूप कैसा है? कि जब उसे मान मिले, इम्पॉरटन्स मिले, उसे स्पेशल अटेन्शन मिले तो मान बढ़ता जाता है मान को पोषण मिलता है तो बहुत खुश, बहुत पॉज़िटिव फिर अन्य कोई सत्संगी आए तो उन्हें अटेन्शन देते हैं इन्हें कम मिलता हैं अथवा इनके साथ ज़्यादा टाइम स्पेन्ड नहीं करें तो उन्हें नेगेटिव हो जाता है यानी यह तो एक जनरल बात कर रहे हैं कि अहंकार का स्वरूप कैसा है? कि मान मिले तो पॉज़िटिव, मान न मिले तो नेगेटिव मनमानी(धार्यु) हो तो पॉज़िटिव, मनमानी न हो तो नेगेटिव मोह को पोषण मिले तो पॉज़िटिव, मोह को पोषण न मिले तो नेगेटिव ऐसे कषायों से भरे, हम रोज़ सत्संग में आते हैं हाँ निश्चय से शुद्धात्मा पद मिल गया है लेकिन प्रकृति में कचरे बाकी हैं और प्रकृति तो अपना स्वभाव दिखाए बगैर नहीं रहेगी कषाय भी अपना स्वभाव दिखाए बगैर नहीं रहेंगे और उस प्रकृति के अनुसार कषाय की वजह से व्यवहार में जब भी कुछ घटित हो तब हमें जागृति रखने का पुरूषार्थ नहीं चूकना है कि ऐसी जागृति रखेंगे कि जो भी कुछ हुआ उसमें वह निमित्त है, निर्दोष है अपना कर्मफल, कर्मफल परिणाम, उस स्टेज की जागृति पहचान लें उस स्टेज के कर्म के उदय को पहचान लेंगे और अंदर खड़े होनेवाले कषाय को भी पहचान लेंगे और अंदर खड़े हुए कषायों को ज्ञान, पाँच आज्ञा, प्रतिक्रमण से खत्म कर देंगे और व्यक्तियों के साथ भेद नहीं पड़ने देंगे दोषों के साथ भेद पड़ने देना है लेकिन व्यक्तियों के साथ भेद पड़ने नहीं देना है इससे क्या होगा कि दोष खत्म हो जाएँगे और व्यक्ति के साथ अभेदता रहेगी अपनी गलती कहाँ हो जाती है कि हमें मान का रक्षण करना है और व्यक्ति के साथ भेद डालना है ऐसा नहीं होने देना चाहिए और हर साल सभी महात्माओं का काफी पुरूषार्थ हो ही रहा है और होता भी है इस बार और ज़्यादा आगे बढ़ेंगे जो भी छोटे-मोटे 2-5 प्रतिशत कचरे बाकी हों, उन्हें खोज निकालो और हर एक को प्रतिक्रमण-प्रत्याख्यान करके धो डालो और फिर से ऐसा अभेदता और प्रेम लाना है यह सीमंधर सिटी यानी पवित्र सिटी आगे चलकर वीतराग सिटी तक पहुँचे यहाँ पैर रखते ही लोगों को ऐसे वाइब्रेशन आने चाहिए कि यह कुछ समथिंग जैसे सभी के बीच बड़ा बर्फ का गोला रखा हो तो सभी को ठंडक का अनुभव होता ही है वैसे ही अपने दादा के महात्मा ऐसे प्रेमस्वरूप बन जाएँ कि इस जगत् के लोगों तक इसका असर पहुँचे और दादा में समर्पण होने में खुद निमित्त बन सकें अगर वह दादा में समर्पित होगा दादा का ज्ञान पाएगा तो उसका मोक्ष होगा हमें उससे कुछ नहीं चाहिए और ऐसा हो, उसके लिए हमें प्योर बनना है कषाय रहित, विषय रहित बुद्धि, अहंकार रहित, ऐसे प्योर बनेंगे और यह प्रतिक्रमण अपने कषायों को हम सीधे नहीं कर सकेंगे कहीं व्यवहार में आएँगे घर्षण, संघर्षण में निकलेंगे इसका पता चलेगा पता चलेगा तो साफ कर लेंगे अतः ये सेवा के कार्य या सत्संग के कार्य या इस समूह में रहते हुए कहीं क्रोध-मान-माया-लोभ, मनमानी करना, मोह, लोभ विषय कुछ भी निकला तो उसे साफ करने के पुरूषार्थ में लगे रहेंगे और अगर किसी को ज़्यादा दुःख पहुँचा हो तो आज प्रत्यक्ष, आमने-सामने माफी माँगकर साफ कर लेंगे तो अभी हम विधि करेंगे सहाध्यायिओं के प्रतिक्रमण और जब से महात्माओं ने सत्संग में आना शुरू किया तब से बिगिनिंग से लेकर आज तक सेवा के कार्य करने लगे बहुत लोगों को सेवा में जैसे कि ये पार्किंगवाले बेचारे, सत्संग में आ ही नहीं पाते बहुत से प्रोग्रामों में नहीं आ पाते लेकिन फिर उनको तप भी रहता है और फिर कभी महात्मा गाड़ी पार्क करते हुए परेशान भी कर देते हैं

最終更新: 2019-07-06
使用頻度: 4
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英語

cleanliness is next to godliness:cleanliness means maintaining neatness both physically and mentally.we can estimate and analyses a person by his way of dressing.if one dressed carelessly all the people will assess hi character .a good heart is moulded from a good character.cleanliness of mind will promote spiritual perfection and happiness swachh bharat is a campaign recently announced by our pm.narendra modi.this is a campaign to bring out/produce a clean india.this campaign is for the clean environment and for a clean india tomorrow.this campaign will end/finish at 2019.t is a cleanliness program signed by our p.m.he took broom and he startedslogan : swachh bharath is not modi's task it is people's task.the clean water,environment and surroundings,home.act has made advances to our society that have helped our environment to flourish with life.take out the rubbish, and the students themselves take responsibility for keeping their school green. "cleanliness is next to godliness"clean and green maintain our environment clean and green keep plants around the house.it was organized by india's 15th prime minister narendra modi clean india is duty of every citizen cleanliness india is a beautiful indialets be cleaned lets be civilized clean india we get green indiaclean india is duty of every citizen cleanliness india is a beautiful indiaenvironment has received a lot of attention. not only intellectuals but even the ordinary men and women are becoming aware of the need to have a clean environment.the importance of good and clean environment cannot be described adequately. according to many scientists, the factor which influences the growth of individuals most is environment. but unfortunately, the various elements of environment such as, air, water, land, etc., are polluted and contaminated. the polluted environment is a health hazard and causes several diseases and ailments. it ruins our chances of survival. hence, an all-out attempt must be made to have a clean environment. this requires several corrective and preventive measures. one of the best ways to have a clean environment is to plant more trees. the clean-india programme aims to mobilise community responsibility for environmental assessment and improvement in all major towns and cities of india through schools and ngos linked with governments, business, academic and other institutions.if we clean india we get a green and healthy india this campaign was officially launched on 2 october 2014 at rajghat, new delhi , where prime minister narendra modi himself wielded broom and cleaned a road. the campaign is india's biggest ever cleanliness drive and 3 million government employees and schools and colleges students of india participated in this event.is a national level campaign by the government of india covering 4041 statutory towns to clean the streets, roads and infrastructure of the country.

ヒンズー語

आदर्श भारत swasth भारत में हिंदी पर निबंध

最終更新: 2016-02-01
使用頻度: 6
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