Обучается переводу с помощью примеров, переведенных людьми.
Добавлены профессиональными переводчиками и компаниями и на основе веб-страниц и открытых баз переводов.
एक साल पुरानी तस्वीर
five years old pic
Последнее обновление: 2021-01-12
Частота использования: 1
Качество:
Источник:
पुरानी फोटो है
पुरानी फोटो है
Последнее обновление: 2023-12-31
Частота использования: 2
Качество:
Источник:
4 साल पुरानी फ़ोटो है
4 साल पुरानी फ़ोटो है
Последнее обновление: 2021-08-26
Частота использования: 1
Качество:
Источник:
एक साल बाद
एक साल बाद
Последнее обновление: 2024-05-14
Частота использования: 1
Качество:
Источник:
एक साल हो गया
Последнее обновление: 2020-10-18
Частота использования: 1
Качество:
Источник:
आज हमारी का एक साल पुरा hua
Последнее обновление: 2023-06-27
Частота использования: 1
Качество:
Источник:
मेरी जिंदगी का एक साल कम हो गया
Последнее обновление: 2021-01-01
Частота использования: 1
Качество:
Источник:
हमारे realisation को एक साल पूरा हो गया आज़
hamare relationship ko ek saal pura ho gaya hai
Последнее обновление: 2019-10-08
Частота использования: 2
Качество:
Источник:
दुनिया भर के बाज़ारों में हलचल है. धातु की कीमतों में इस वर्ष 15 से 30 फीसदी तक की गिरावट आई है. कच्चा तेल एक बार फिर 46 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर चला गया है. यह जनवरी के स्तर के समान है लेकिन पिछले साल की समान अवधि से 54 फीसदी कमजोर है. मलेशिया और कजाकिस्तान जैसे देशों तक की मुद्राओं में तेज गिरावट आ रही है जिनका एक दूसरे से कोई लेनादेना ही नहीं. पिछले एक साल में डॉलर के मुक़ाबले रूस की मुद्रा 88 फीसदी और ब्राज़ील की 54 फीसदी गिरी है. तमाम शेयर बाज़ारों में घबराहट नज़र आ रही है. इस हलचल की बड़ी वजह चीन है. उसकी मंदी ने बाज़ार पर असर डाला है. चीन ने हाल ही में अपने शेयर बाज़ार और मुद्रा को लेकर जिस तरह का रुख अपनाया है उससे अस्थिरता और बढ़ी है.
दुनिया भर के बाज़ारों में हलचल है. धातु की कीमतों में इस वर्ष 15 से 30 फीसदी तक की गिरावट आई है. कच्चा तेल एक बार फिर 46 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर चला गया है. यह जनवरी के स्तर के समान है लेकिन पिछले साल की समान अवधि से 54 फीसदी कमजोर है. मलेशिया और कजाकिस्तान जैसे देशों तक की मुद्राओं में तेज गिरावट आ रही है जिनका एक दूसरे से कोई लेनादेना ही नहीं. पिछले एक साल में डॉलर के मुक़ाबले रूस की मुद्रा 88 फीसदी और ब्राज़ील की 54 फीसदी गिरी है. तमाम शेयर बाज़ारों में घबराहट नज़र आ रही है. इस हलचल की बड़ी वजह चीन है. उसकी मंदी ने बाज़ार पर असर डाला है. चीन ने हाल ही में अपने शेयर बाज़ार और मुद्रा को लेकर जिस तरह का रुख अपनाया है उससे अस्थिरता और बढ़ी है.
Последнее обновление: 2015-09-03
Частота использования: 1
Качество:
Источник: