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depois disse israel a josé: eis que eu morro; mas deus será convosco, e vos fará tornar para a terra de vossos pais.
तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा, देख, मैं तो मरने पर हूं : परन्तु परमेश्वर तुम लोगों के संग रहेगा, और तुम को तुम्हारे पितरों के देश में फिर पहुंचा देगा।
vendo raquel que não dava filhos a jacó, teve inveja de sua irmã, e disse a jacó: dá-me filhos, senão eu morro.
जब राहेल ने देखा, कि याकूब के लिये मुझ से कोई सन्तान नहीं होता, तब वह अपनी बहिन से डाह करने लगी : और याकूब से कहा, मुझे भी सन्तान दे, नहीं तो मर जाऊंगी।
a paz está comigo, desde o dia em que nasci; estará comigo no dia em que eu morrer, bem como no dia em que eu forressuscitado.
और (खुदा की तरफ़ से) जिस दिन मैं पैदा हुआ हूँ और जिस दिन मरूँगा मुझ पर सलाम है और जिस दिन (दोबारा) ज़िन्दा उठा कर खड़ा किया जाऊँगा
art buchwald deixou o seu legado de humor com um vídeo que apareceu pouco depois de morrer, em que dizia: "olá! sou art buchwald, e acabei de morrer."
"हेलो! मैं आर्ट बुच्वल्ड हूँ और मैं बस अभी अभी मरा हूँ।" और माइक, जो मुझे गुल्पगोस में मिले, जो टेड आयोजित यात्रा थी, वो इंटरनेट पर अपनी डायरी लिख रहे हैं कैंसर से अपनी लडाई की कहानी कहते हुये। और मेरे पिता हाथ की लिखाई की विरासत छोड गये चिट्ठियों और एक नोटबुक के ज़रिये। अपने आख़िरी दो सालों में, जो बीमारी में बीते उन्होंने मुझ पर अपने विचारों से एक नोटबुक भर डाली। उन्होनें मेरी अच्छाईयों और कमियों पर लिखा, और सुधार के नुस्ख़े सुझाये, ख़ास किस्सों की याद दिलाते हुए, और मुझे आइना सा दिखाते रहे। जब वो चले गये, मैने पाया कि कोई मुझे चिट्ठी ही नहीं लिखता हाथ-की-लिखाई लुप्त होती कला हो गयी है। मतलब ईमेल और सोचते हुये टाइप करते जान बढिया है मगर पुरानी आदतों को नई के लिये क्यों दरकिनार कर दें? हम चिट्ठियाँ और ईमेल दोनों ही क्यूंँ नहीं लिख सकते हैं? कभी कभी लगता है कि वो सारे साल जो व्यस्तता में बिना पिता से बात किये, हँसे-बोले निकल गये कोई ले ले, और बस एक बार उन्हें कस के गले लगाने दे, मगर अब देर हो चुकी है। मगर इन्हीं लम्हों में मैं उनके लिखे ख़त निकाल कर पढती हूँ, और वो काग़ज़ के टुकडे जो उन्होंने छुये थे, उन्हें छू कर उनसे जुडाव महसूस करती हूँ। हो सकता है कि हम सब को अपने बच्चों के लिये कुछ ज़ायदाद छोड्नी ही चाहिये, - रुपये-पैसे के अलावा अपनेपन से भरी चीजों की कद्र -- कोई ऑटोग्राफ़ की किताब, कोई छू जाने वाली चिट्ठी टेड में आये महत्वपूर्ण लोगों में से केवल कुछ ही अगर सुंदर सा काग़ज़ ले कर --