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kan ikke initialisere input/ output- enhed
इनपुट / आउटपुट उपकरण इनिशियलाइज करने में अक्षम
Last Update: 2018-12-24
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"hvad er dr. smiths adresse?" og dette lille system printer det faktisk ud -- så det fungerer faktisk som et papir input-output system, bare lavet af papir. i en anden opdagelse, tænkte jeg på at lave en pen der kan tegne i disse tre dimensioner.
"डा. स्मिथ का पता क्या है?" और यह छोटी पद्धति वास्तव में इसे प्रिंट कर सकती है-- तो यह एक आगत-उत्पाद पद्धति की तरह कार्य करता है, कागज़ से बना हुआ। एक और खोज में, मैंने एक ऐसा पेन बनाने का सोचा जो तीन-आयामी चित्र बना सके। तो, मैंने इस पेन को कार्यान्वित किया जो न केवल डिजाइनरों व वास्तुकारों को तीन-आयामी सोच देने में मदद करता है, पर वास्तव में रच भी सकता है तो इसे प्रयोग करना अधिक सहज़ है। अब मैंने सोचा, "क्यों न एक गूगल मैप बनाया जाए, पर भौतिक दुनिया में?" कुछ ढूढ़ने के लिए एक कीवर्ड लिखने के बजाय, मैंने अपनी वस्तुएँ उसके ऊपर रख दीं। अगर मैं एक बोर्डिंग पास रखूँ, तो वह मुझे फ़्लाइट गेट दिखाएगा। एक कौफ़ी कप दिखाएगा कहाँ मुझे और कौफ़ी मिलेगी, या कहाँ मैं कप को फ़ेंक सकता हूँ । तो यह मेरी कुछ पुरानी खोजें थीं जिन्हें मैंने किया था क्योंकि मैं इन दोनों संसारों को सीवनरहित जोड़ना चाहता था। इन सभी प्रयोगों में एक चीज़ सामान्य थी: मैं भौतिक दुनिया का एक हिस्सा डिजिट्ल दुनिया में लाने की कोशिश कर रहा था। मै वस्तुओं के कुछ भाग लेता, या वास्तविक दुनिया की कोई भी सहजता, और उन्हें डिजिट्ल दुनिया में लाता, क्योंकि लक्ष्य था हमारे कम्प्यूटिंग यंत्रों को और सहज बनाना। पर तब मुझे अहसास हुआ कि हम मानवों को वास्तव में कम्प्यूटिंग में रुचि नहीं है। हमें दिलचस्पी है जानकारी में। हमें चीज़ों के बारे में जानना चाहते हैं। हम अपने आसपास मौजूद परिवर्तनात्मक चीज़ों के बारे में जानना चाहते हैं। तो मैंने सोचा, पिछ्ले साल--पिछले साल की शुरुआत में-- मैंने सोचने लगा, "क्या मैं इस पद्धति को विपरीत ले जा सकता हूँ?" "क्यों न मैं डिजिट्ल दुनिया लेकर भौतिक दुनिया को डिजिट्ल जानकारी से रंग दूँ?" क्योंकि पिक्सल असल में, अभी, इन समकोणीय यंत्रों में कैद हैं जो हमारी जेबों में फ़िट हो जाते हैं। क्यों न मैं इस कैद को हटा दूँ और इसे अपने रोज़ाना जीवन में ले आऊँ ताकि उन पिक्सलों से पारस्परिक व्यवहार करने के लिए मुझे कोई नई भाषा न सीखनी पड़े? तो, इस सपने को पूरा करने के लिए मैंने वास्तव में अपने सिर पर एक प्रोजेक्टर रखने का सोचा। मेरे विचार से इस कारण इसे एक हेड-माउंटेड प्रोजेक्टर कहते हैं, है न? जैसा मैंने कहा, मैंने अपना बाइक हेलमेट लिया, उसे थोड़ा सा काटा ताकि प्रोजेक्टर अच्छी तरह लग जाए। तो अब, मैं इस डिजिट्ल जानकारी से अपनी दुनिया का फ़ैलाव कर सकता हूँ। पर बाद में, मुझे अहसास हुआ मैं इन डिजिट्ल पिक्सल्ज़ के साथ भी कार्य करना चाहता था। तो वहाँ मैंने एक छोटा कैमरा लगाया, जो एक डिजिट्ल आँख का काम करता है। बाद में, हमने इसका एक बेहतर, ग्राहक-अनुकूल पेंडेंट आवृत्तिनिकाला, जिसे आप अब सिक्स्थ सेंस यंत्र के नाम से जानते हैं। पर इस तकनीक की सबसे रोचक तथ्य यह है कि आप अपनी डिजिट्ल दुनिया अपने साथ ले जा सकते हैं जहाँ भी आप जाएँ। आप किसी भी सतह को, पास की दीवार का प्रयोग कर सकते हैं, एक इंटरफेस की तरह। कैमरा आपके सारे संकेतों को भाँप रहा है। जो भी आप अपने हाथों से कर रहे हैं, वह संकेत समझ रहा है। और, जैसा आप देख सकते हैं,हमने प्रारंभिक आवृत्ति के साथ कुछ रंगीन मार्कर प्रयोग किए हैं। आप किसी भी दीवार पर चित्रकारी कर सकते हैं। दीवार के सामने रुककर उस पर चित्र बना सकते हैं। पर हम यहाँ एक ही उंगली से काम नहीं कर रहे हैं। हम आपको दोनों हाथ इस्तेमाल करने की आज़ादी दे रहे हैं, इससे आप दोनों हाथों से किसी नक्शे का आकार बढ़ा व घटा सकते हैं, सिर्फ़ उन सबको दबाने से। कैमरा वास्तव में यह कर रहा है-- सारे चित्रों को इकट्ठा करना-- व किनारों और रंग की पहचान करना और उसके अंदर कई प्रणालियाँ चल रहीं हैं। तो, तकनीकी तौर पर, यह थोड़ा पेचीदा है, पर यह आपको एक ऐसा उत्पाद देगा जो कुछ हद तक उपयोग करने में सहज है। पर मैं उत्सुक हूँ कि आप इसे बाहर भी ले जा सकते हैं। बजाय अपना कैमरा जेब से निकालने के, आप बस चित्र लेने का संकेत दें और यह आपके लिए चित्र ले लेगा। (तालियाँ) धन्यवाद। और बाद में कहीं भी, किसी भी दीवार पर, मैं चित्रों को देख सकता हूँ या फ़िर, "मैं इस चित्र को थोड़ा सुधार कर अपने मित्र को इमेल कर सकता हूँ ।" तो हम एक ऐसे युग की ओर देख रहे हैं जहाँ कम्प्यूटिंग यथार्थ में भौतिक संसार के साथ मिल जाएगी। और, अगर आपके पास कोई सतह नहीं है, आप अपना हाथ इस्तेमाल कर सकते हैं सरल कामों के लिए। यहाँ, मैं एक फ़ोन नंबर डायल कर रहा हूँ सिर्फ़ अपने हाथ के ज़रिए।
Last Update: 2019-07-06
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