From professional translators, enterprises, web pages and freely available translation repositories.
individual
व्यक्ति
Last Update: 2014-08-20
Usage Frequency: 3
Quality:
individual project
व्यक्तिगत परियोजना
Last Update: 2023-10-09
Usage Frequency: 3
Quality:
send all individual pic
सभी व्यक्तिगत तस्वीर भेजें
Last Update: 2021-04-30
Usage Frequency: 1
Quality:
Reference:
zip, individual scanlines
जिप, पृथक स्कैनलाइन्स
Last Update: 2018-12-24
Usage Frequency: 3
Quality:
Reference:
annotate individual items
अलग अलग वस्तुओं की व्याख्या
Last Update: 2018-12-24
Usage Frequency: 3
Quality:
Reference:
individual — single accounts
व्यक्तिगत – एकल खाता
Last Update: 2020-05-24
Usage Frequency: 2
Quality:
Reference:
education in independent india
स्वतंत्र भारत में शिक्षा
Last Update: 2021-10-22
Usage Frequency: 1
Quality:
Reference:
he has an independent streak.
-work for me- and he could become man of millions.
Last Update: 2019-07-06
Usage Frequency: 4
Quality:
Reference:
when do we celebrate our independent
हम अपना स्वतंत्र कब मनाते हैं
Last Update: 2019-11-26
Usage Frequency: 1
Quality:
Reference:
bangladesh became independent in 1971.
बांग्लादेश १९७१ में स्वतंत्र हुआ।
Last Update: 2019-07-10
Usage Frequency: 1
Quality:
Reference:
marathi essay on independent soldier
मराठी निबंध स्वतंत्र सैनिक पर
Last Update: 2016-07-21
Usage Frequency: 1
Quality:
Reference:
internal government of independent india .
स्वाधीन भारत की अंतरिम सरकार
Last Update: 2020-05-24
Usage Frequency: 1
Quality:
Reference:
independent india ' s industrialization policy
स्वतंत्र भारत की औद्योगिक नीति
Last Update: 2020-05-24
Usage Frequency: 1
Quality:
Reference:
individual heterogeneity creates individual variation .
व्यक्तिगत वंशानुगतता व्यष्टिगत विभिन्नता उत्पन्न करती है
Last Update: 2020-05-24
Usage Frequency: 1
Quality:
Reference:
essay marathi autobiography s independent sanikachi
marathi essay on swatantra sainikachi atmakatha
Last Update: 2016-06-11
Usage Frequency: 3
Quality:
Reference:
only an independent judiciary can act effectively as the guardian of the rights of the individual and that of the constitution .
केवल एक स्वाधीन न्यायपालिका ही व्यक्ति तथा संविधान के अधिकारों के अभिभावक के रूप में प्रभावशाली ढंग से कार्य कर सकती है ।
Last Update: 2020-05-24
Usage Frequency: 2
Quality:
Reference:
independent news : daily paper from south india
स्वतंत्र वार्ता : दक्षिण भारत का प्रमुख दैनिक
Last Update: 2020-05-24
Usage Frequency: 1
Quality:
Reference:
the tragedy that visits individuals like chandrakanta , badanchandra and purnananda is part of a deeper tragedy that obliterates the distinctive personality of an independent people .
चन्द्रकान्त , बदनचन्द्र और पूर्णान्नद लक्ष्मीनाथ बेजबरुवा ४५ को ग्रस्त करने वाली त्रासदी उस गहनतर त्रासदी का ही एक अंश है जो एक स्वाधीन जन के विशिष्ट व्यक्तित्व का नामोनिशान मिटा देती है ।
Last Update: 2020-05-24
Usage Frequency: 1
Quality:
Reference:
"hey, how about a sermon?" they'd go, "no, no. i don't need one of those. i'm an independent, individual person."
"अरे सुनिये, मैं आपको एक उपदेश देना चाहता हूं?" वो कहेंगे, " नहीं नहीं, मुझे उपदेश-वुपदेश नही चाहिये. मैं एक स्वतन्त्र व्यक्ति-विशेष हूं." एक उपदेश और व्याख्यान, जो कि हमारा आधुनिक धर्मनिरपेक्ष तरीका है मे क्या अन्तर है? एक उपदेश आपका जीवन बदलना चाहता है और एक व्याख्यान आपको बस थोडी जानकारी देना चाहता है. और मुझे लगता है कि हमें उपदेश की प्रथा को वापस लाना चाहिये. उपदेश की प्रथा अत्यधिक मूल्यवान है, क्यों कि हमें मार्गदर्शन, नैतिकता और सांत्वना की सख्त जरूरत है -- और धर्म ये बात जानते हैं. शिक्षा के बारे मे एक और बात: इस आधुनिक लौकिक दुनिया मे हमें ऐसा लगता है कि यदि हम एक बात किसी को एक बार बतायेंगे तो वो उसे याद रखेगा. कक्षा मे बिठा के, बीस साल की आयु मे उन्हें, आप प्लूटो के बारे मे बताइये, फ़िर 40 साल की आयु मे उन्हें प्रबंधन सलाहकर बनने भेज दीजिये और तब भी वो पाठ उन्हें याद रहेगा. धर्म कहते हैं, "बकवास. तुम्हे दिन मे 10 बार अपने पाठ को दोहराने की जरूरत है. तो अपने घुटनों पे बैठो और अपना पाठ दोहराओ." सारे धर्म हमें यही करने को कहते हैं: तो झुको और रोज़ 10, या 20 या 15 बार अपना पाठ दोहराओ." नही तो हमारे छ्लनी जैसे दिमाग से सब निकल जायेगा. तो धर्म मे पुनरावृत्ति का चलन है. वो वही महासत्य बार बार घुमा फ़िरा के कहते रहते हैं. पर पुनरावृत्ति से हमें बोरियत होती है. हमे हमेशा कुछ नया चाहिये. नया हमेशा पुराने से अच्छा है. अगर मै आपसे कहूं," ठीक है भाई, आज से नया ted नही होगा. हम बस वही पुराने ted talk बार बार दोहरायेंगे और और उसे पांच बार देखेंगे क्यूंकि कि वो सब कितने सच्चे हैं. हम एलिज़ाबेथ गिल्बर्ट को पांच बार देखेंगे क्योंकि वो जो कहतीं हैं वो बहुत अच्छा है," आप छला हुआ महसूस करेंगे. लेकिन अगर आप धार्मिक विचारधारा अपनायेंगे तो ऐसा नही होगा. धर्म एक और काम करता है, और वो है समय व्यवस्था. सभी बडे धर्मों ने हमे केलेन्डर दिये है. केलेन्डर क्या है? केलेन्डर यह निश्चित करने का एक तरीका है कि आपको पूरे साल के दौरान कुछ महत्वपूर्ण विचारों का ध्यान रखें. केथोलिक केलेन्डर मे, हर मार्च के अन्त मे आप सन्त जेरोमी के बारे मे सोचेंगे और उनके सद्गुणों, सदाचरण और गरीबों के प्रति दयाभाव के बारे मे सोचेंगे. और ये कोइ इत्तेफ़ाक से नहीं होगा, बल्कि इसलिये होगा क्यों कि आपको ऐसा करने को कहा गया है. पर अब हम ऐसा नही सोचते. धर्मनिरपेक्ष संसार मे हम मानते हैं, "अगर कोई बात जरूरी है तो हम उस पर अमल करेंगे. हम इसे खुद ही समझने की कोशिश करेंगे." लेकिन धार्मिक लोग इसे बकवास मानेंगे. धार्मिक मत के हिसाब से हमें कलेन्डर चाहिये, समयबद्धता चाहिये, और इसी के हिसाब से हम किसी बात पर विचार करेंगे. और ये तब भी दिखता है जब धर्म मे रीति रिवाजों को खास भावनाओं से जोडा जाता है. अब चन्द्रमा को ही ले लीजिये. इसे देख्नना महत्वपूर्ण है. और आप जानते हैं कि जब आप चांद देखते है, तो सोचते है, "मै कितना तुच्छ हूं, मेरी समस्यायें क्या है?" इससे चीजों का एक नजरिया बनता है. हमें चांद को कई बार देखना चाहिये, पर हम नही देखते. क्यों नहीं? क्यों कि हमसे कोई ये कहने वाला ही नही है,"चांद को देखो". लेकिन अगर आप एक जेन बुद्ध है तो सितम्बर के बीच मे आपको एक खास मंच पे खडे होना पडेगा, और आप सुकिमी का त्योहार मनायेंगे, जिसमे आपको चांद के सम्मान और समय के चक्र और जीवन की भंगुरता के बारे मे याद दिलाने के लिये कवितायें पढने को दी जायेगी. फ़िर आपको चावल का केक दिया जायेगा. और चांद और उसका प्रतिबिम्ब आपके दिल मे हमेशा के लिये बस जायेगा. ये वाकई बहुत अच्छी बात है. दुसरी बात जो धर्म अच्छी तरह समझते हैं वो है : अच्छी वाणी -- जो मै यहां बहुत अच्छा नही कर पा रहा हूं -- वाक्पटुता तो वाकई धर्म का मूल है. इस भौतिकतावादी दुनिया मे, आप विश्वविद्यालय पद्धति मे पढ के, अच्छे वक्ता न होने के बावजूद एक अच्छा जीवन बना सकते हैं. लेकिन धार्मिक दुनिया ऐसा नही सोचती आप जो भी कहें उसे अच्छे विश्वसनीय तरीके से कहना बहुत जरूरी है तो यदि आप दक्षिण अमेरिका के किसी अफ़्रीकी अमेरिकी पेन्टेकोस्टल चर्च मे जायेंगे और उनकी बातें सुनेगे तो जान जायेगें कि वे वाकई बहुत ही अच्छे से बात करते हैं. हर निश्चयात्मक बात के बाद सब "आमीन आमीन आमीन" कहते हैं. और हर उत्साहपूर्ण बात के बाद सब खडे होके कहेंगे. "शुक्रिया जीजस, शुक्रिया क्राइस्ट, शुक्रिया तारणहार". अगर हम भी ऐसे ही करें जैसे वो करते हैं -- हम ऐसा करते नही हैं पर बस सोचिये अगर हम ऐसे करें -- मैं आपसे ऐसा कुछ कहूं जैसे "ग्रन्थों को संस्कृति से प्रतिस्थापित कर देना चाहिये". और आप सब कहें, "आमीन, आमीन, आमीन." और मेरी बात के अन्त मे सब खडे होकर कहें "शुक्रिया प्लूटो, शुक्रिया शेक्सपीयर, शुक्रिया जेन औस्टिन." और हमे लगे कि हम वाकई सुर मे सुर मिला रहे हैं. तो कैसा लगेगा!
Last Update: 2019-07-06
Usage Frequency: 4
Quality:
Reference:
Warning: Contains invisible HTML formatting
the performing arts and cultural heritage sectors have been profoundly affected by the pandemic, impacting organizations' operations as well as individuals—both employed and independent—globally.
प्रदर्शन कला और सांस्कृतिक विरासत क्षेत्र महामारी से बहुत अधिक प्रभावित हुए हैं, जिसने विश्व स्तर पर संगठनों के संचालन को प्रभावित करने के साथ-साथ व्यक्तियों कार्यरत और स्वतंत्र रूप से कार्य करने वाले दोनों को भी प्रभावित किया है।
Last Update: 2020-08-25
Usage Frequency: 1
Quality:
Reference: