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धोबी कपडे धोता है
washers wash clothes
Last Update: 2024-08-28
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कौन कपडे धोता है ?
who washes clothes?
Last Update: 2021-03-26
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धोबी कपडे कहा धोता है
dhobi laundry
Last Update: 2024-04-30
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धोबी कपड़े कहाँ धोता है ?
does radha read
Last Update: 2021-04-05
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rithik कपडे nhi धोता है
rithik washes clothes nhi
Last Update: 2023-10-19
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वाशरमैन कपड़े धोता है ।
washerman washes out clothes true or false.
Last Update: 2021-01-19
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धोबी कपडे धोता है 12 teans
the washerman does the laundry 12 teans
Last Update: 2021-09-05
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धोबी नदी में कपड़े नहीं धोता है
lion eating meat in cave
Last Update: 2024-09-05
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धोबी कपडे धोता है washerman wash the clothes
washerman washes clothes
Last Update: 2024-05-22
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मुझे कपडे धोने है
i have to wash clothes.
Last Update: 2023-07-27
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मुझे कपड़ा धोना है
i have to wash clothes.
Last Update: 2023-12-10
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पिता जी अपने कपड़े धोते है
you read the letter
Last Update: 2022-02-08
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क्या लड़के कपड़े धोते है
क्या लड़के कपड़े धोते हैं
Last Update: 2022-10-18
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अपने जींस और चादरों को हाथ से धोते है ? ”
hand wash your jeans and your bed sheets ? ”
Last Update: 2020-05-24
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क्या तू मेरे पांव धोता है? यीशु ने उस को उत्तर दिया, कि जो मैं करता हूं, तू अब नहीं जानता, परन्तु इस के बाद समझेगा।
jesus answered and said unto him, what i do thou knowest not now; but thou shalt know hereafter.
Last Update: 2019-08-09
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धंधे-व्यापार में अनीति, अप्रमाणिकता से हुए दोष प्रतिक्रमण पारायण - 2009 आज दादा की सभी अच्छी बातें मिलावटवाला बेचना ऐसी सभी बातें आई न तो खरीदारी करते समय हम से जो दोष हो गए हों अथवा धंधा (व्यापार) करते समय जो दोष हो गए हों व्यापार के दोष अथवा व्यापारी के पास से खरीदते समय दोष करते हैं न अरे! घर में पैसे जमा करके रखते हैं पति को पता नहीं चले ऐसे कि मुझे कुछ लाना है तो किस तरह पैसे बचाऊँ फिर एक सौ बीस के बजाय डेढ़ सौ कहकर तीस रुपए की सेविंग कर लेते हैं एक सौ बीस के बजाय डेढ़ सौ का खर्चा बताते हैं ऐसे ज़रा से भी घोटाले किए हों व्यापार, खरीदारी व्यापार करने में या व्यापार के कार्य करने में ऐसे सभी दोषों को आज हम सामायिक में लेंगे ये सभी समझ में आ रहा है न? सभी धंधेवाले कई महिलाएँ तो आजकल बड़ी इन्जीनियर और डॉक्टर धंधे में भी काफी महिलाएँ नौकरी-धंधा करने जाती हैं तो वहाँ भी कुछ घोटाले किए होंगे अचौर्य दोष आज हम चोरी के दोष पकड़ेंगे जैसे झूठ बोलना, झूठ या सच, लिया तो ये चोरी का (दोष) लेकर देखेंगे कि हर बार हमने किच-किच की हो सस्ता लेने के लिए फिर ऐसा-वैसा कह दिया हो अथवा धंधे में मिलावट की हो कम दिया हो डबल दाम लिए हों सामनेवाले को आफरीन कर देते हैं हं देखो तीन सौ में आपको मिल रहा है बाकी बाहर कहीं और देखकर आओ मिलेगा ही नहीं आपको और सौ रुपए का माल होता है उसे तीन सौ में बेच देते हैं दो सौ प्रतिशत प्रॉफिट या जो भी कहते हों ठोक देते हैं हम उसे ऐसा कन्वीन्स कर लेते हैं धंधा करने की बहुत लियाकत होती है फिर, फिर कहते हैं न कि सच्चा-झूठा करते हैं कुछ मिलावट कर देते हैं अनीति, अप्रमाणिकता प्रमाण में बदलाव करके देते हैं फिर चीटिंग करते हैं दूसरों के कामवालों को अपने पक्ष में करके फिर (माल) बदल लेते हैं स्पर्धा करते हैं अर्थात् धंधे के निमित्त से जितने भी प्रकार के दोष किए हों जितना याद आए पोइन्ट्स तो लिखते जाना कितने प्रकार के दोष और धंधे की आइटम की खरीदारी करने जाते हों वे लोग धंधा करते हों और हम खरीदने जाएँ डिमान्ड और सप्लाइवाले ही हैं न सभी तो खरीदारी करते समय कितने घोटाले किए हों उन्हें भी लेंगे घर में कुछ झुठ बोल दिया हो पैसों का घोटाला किया हो कईं लोग तो चोरी भी कर लेते हैं, हं सामनेवाला दूसरी तरफ देख रहा हो तो धीरे से लेकर रख लेते हैं यानी ऐसी चोरियाँ की हों तो उन्हें भी आज पकड़ना है छोटी उम्र में ऐसा कर लेते हैं क्योंकि घर में मना करते हैं बाज़ार में पटाखा लेने गए हों और धीरे से उसका कुछ उठा लेते हैं ऐसी सभी चोरियाँ की हों तरह-तरह के दोष किए होते हैं, ढ़ूँढ निकालना गहने खरीदते समय कपड़े खरीदते समय चप्पल, सब तरह-तरह की खरीदारी करते समय और आपने धंधे में ये दोनों कॉम्बिनेशन ढ़ूँढ निकालना आपने भी पर्चेस करते समय कुछ घोटाले किए हों, खरीदारी के समय, सभी में ये सब जाँच करके प्रतिक्रमण करेंगे रात का सेशन हम ये वाला लेंगे अभी तक की चोरियाँ अभी तो पैसों के मामलों की ही बातें लेते हैं अन्य चोरी को चोरी नहीं मानते अन्य (चोरी) भी मान सकते हैं किसी को पूछे बगैर कोई चीज़ उठा ली हो माल-सामान उठा लिया हो उसे मान सकते हैं लेकिन कहते हैं न कि मेरा भाव बिगड़ गया तो उसे चोरी कहा जाता है ये सब हम नहीं लेंगे उन्हें विषय-विकार में हम लेते ही हैं अलग-अलग, दोषों का अलग-अलग लेते हैं लेकिन किसी को पूछे बगैर ले लिया हो किसी की बातें, पूछे बगैर पैसों के लिए अनीति करते ही हैं न पैसे रख लेते हैं और वापस देते ही नहीं लाख रुपए लिए हों तो फिर वापस ही नहीं करते जो बन पड़े कर ले, कहेगा अथवा तो ब्याज नहीं देते फिर गलत मूल पैसे ही नहीं आते भविष्य में ऐसे सभी दोषों का बहुत प्रतिक्रमण करेंगे सभी दोषों को पहचानकर फिर उनका पछतावा करेंगे क्योंकि ये सब जगत् के पैसों के निमित्त से व्यक्तियों के साथ हमारे हिसाब बंध जाते हैं और व्यक्तियों के साथ के हिसाब के कारण फिर अगले जन्म में हमें यहाँ आना पड़ेगा हिसाब पुरा करने हमें इस दुनिया में वापस नहीं आना हो तो हर एक व्यक्ति के घर की व्यक्तियों के परिवार की व्यक्तियाँ धंधे की व्यक्तियाँ या व्यापारियों के लिए जो राग-द्वेष, मोह या घोटाले अभाव, तिरस्कार या अनीति, अप्रमाणिकता, भ्रष्टाचार किसी भी प्रकार का (दोष) किया हो मिलावट सभी को याद करके बहुत ऐटलीस्ट नोंध (नॉट) तो कर लेना और आज एक घंटे में सब पूरा नहीं हो पाएगा इसलिए भविष्य में हमारे पास पुरा एक साल यानी भविष्य के दिनों में हमें सामायिक अवश्य करनी ही चाहिए हमारा बहुत सारा एक ही जन्म लेना है इसलिए सभी दोषों को एक-एक को चुन-चुनकर देखते जाएँगे तो फिर खत्म हो जाएँगे यानी इस तरह हमें यह धोना है इसलिए आज यह चोरी संबंधी या व्यापार में अनीति, अप्रमाणिकता भ्रष्टाचार संबंधी या खरीदारी करते समय जो भूल-चूक हो गई हो कषाय किए हों एक दूसरे को दुःख दे दिए हो स्पर्धाएँ की हों एक दूसरे के लिए जेलसि रखी हों कितना सारा देवरानी को दे दिया हो न तो जेठानी को कलह हो जाता है सास की शामत आ जाती है कलह, कलह, कलह बोलो ये पैसों या गहनों के कारण या खरीदारी के कारण शादी-ब्याह के समय तो घर में बहुत कलह हो जाते हैं परिवार में शादी हो हमारे बेटे-बेटियों की या भांजे-भांजियों की तो सारे व्यवहार करने में इतना कलह हो जाता है लेकिन पैसों के मामलों को ध्यान में रखकर इन सभी व्यक्तियों के साथ के राग-द्वेष को हम धोना चाहते हैं अवश्य दिखेंगे और जितने पोइन्ट्स दिखें और कुछ बाकी रह जाएँ तो लिखकर रख लेना उन्हें बाद में धो लेना और इस होम-वर्क के लिए पेन-पेन्सिल लेकर आना है हं पेन और पेन्सिल नहीं बल्कि पेन और डायरी खास लेकर आना है सारे पोइन्ट्स, आज बात निकल रही हो पोइन्ट्स लिखकर फिर उन्हें भविष्य के प्रोगैम के समय बहुत काम भविष्य में सामायिक के समय हमें बहुत काम आएँगे चलो तो हम विधि कर लेते हैं हे दादा भगवान हे श्री सीमंधर स्वामी प्रभु मुझे शुद्ध उपयोगपूर्वक जीवन व्यवहार की आवश्क वस्तुएँ खरीदते समय या तो व्यापार धंधे में जहाँ-जहाँ अनीति अप्रमाणिकता भ्रष्टाचार मिलावट किसी भी प्रकार के दोष हो गए हों लोभ वशात् लालच के कारण कपट करके अन्य लोगों के साथ स्पर्धा करके जेलसि करके जो भी प्रकार के दोष हो गए हों उन सभी को सामायिक में देखने की शक्ति दीजिए
the faults of immorality - dishonesty that have occurred in business and worldly dealings interactions today... today we've some excellent insight into dada's speech on selling adulterated products
Last Update: 2019-07-06
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