Вы искали: गन्दी बात है सर (Английский - Хинди)

Компьютерный перевод

Обучается переводу с помощью примеров, переведенных людьми.

English

Hindi

Информация

English

गन्दी बात है सर

Hindi

 

От: Машинный перевод
Предложите лучший перевод
Качество:

Переводы пользователей

Добавлены профессиональными переводчиками и компаниями и на основе веб-страниц и открытых баз переводов.

Добавить перевод

Английский

Хинди

Информация

Английский

क्या बात है

Хинди

कहा है

Последнее обновление: 2020-05-15
Частота использования: 1
Качество:

Источник: Анонимно

Английский

वाह क्या बात है

Хинди

wah kya baat hai

Последнее обновление: 2016-04-06
Частота использования: 1
Качество:

Источник: Анонимно

Английский

बिल्कुल सही बात है

Хинди

बिल्कुल सही बात है

Последнее обновление: 2023-09-21
Частота использования: 2
Качество:

Источник: Анонимно

Английский

ओह अच्छा ऐसी बात है

Хинди

अच्छी बात है

Последнее обновление: 2021-08-13
Частота использования: 1
Качество:

Источник: Анонимно

Английский

क्या sms करना गलत बात है क्या

Хинди

क्या sms करना गलत बात है

Последнее обновление: 2020-11-01
Частота использования: 1
Качество:

Источник: Анонимно

Английский

आपका बहुत बहुत सुवागत है सर जी

Хинди

आपका बहुत बहुत सुवागत है सर जी

Последнее обновление: 2021-02-07
Частота использования: 1
Качество:

Источник: Анонимно

Английский

यह मेरे लिए सौ भाग्य की बात है

Хинди

Последнее обновление: 2021-02-25
Частота использования: 1
Качество:

Источник: Анонимно

Английский

तुम मुझे भूल गए हो या कोई बात है?

Хинди

तुम मुझे भूल गए हो या कोई बात नहीं है?

Последнее обновление: 2020-04-16
Частота использования: 1
Качество:

Источник: Анонимно

Английский

इस समाज में आप जैसे लोगों कि जरुरत है सर

Хинди

इस समाज में आप जैसे लोग हैं

Последнее обновление: 2021-09-05
Частота использования: 1
Качество:

Источник: Анонимно

Английский

ठीक है सर इस कार्य को करने का पूरा प्रयास करूंगा

Хинди

ठीक है सर इस कार्य को करने का पूरा प्रयास करेंगे

Последнее обновление: 2020-01-23
Частота использования: 1
Качество:

Источник: Анонимно

Английский

मुझे भी दिखाई दे रहा है तो किया ? इसमें कोनसा बरा बात है

Хинди

हमसे जितना हो पाया हमने किया

Последнее обновление: 2020-05-07
Частота использования: 1
Качество:

Источник: Анонимно

Английский

c/सर जी आपने हमारी हर परेशानी को अपनी परेशानी समझा है आपने हमेशा हमारी मदद की आपने हमेशा ही डाटने की बजह समझाया है सर आपकी तारीफ शब्दों में बयां कर ही नहीं सकते आप सच में बहुत महान व्यक्ती है

Хинди

c/सर जी आपने हमारी हर परेशानी को अपनी परेशानी समझा है आपने हमेशा हमारी मदद की आपने हमेशा ही डाटने की बजह समझाया है सर आपकी तारीफ शब्दों में बयां कर ही नहीं सकते आप सच में बहुत महान व्यक्ती है

Последнее обновление: 2023-12-18
Частота использования: 1
Качество:

Источник: Анонимно

Английский

*🦚🙏एक कहानी सुंदर सी🙏🦚* *💐💐"सीधे राम-टेढे कृष्ण"💐💐* *एक बार की बात है- वृंदावन का एक भक्त अयोध्या की गलियों में राधे-कृष्ण, राधे-कृष्ण जप रहा था। अयोध्या का एक भक्त वहाँ से गुजरा तो राधे-राधे-कृष्ण-कृष्ण सुनकर उस भक्त को बोला- अरे जपना ही है, तो सीता-राम जपो, क्या उस टेढ़े का नाम क्यों जपते हो ? वृन्दावन का भक्त भड़क कर बोला- "जरा जबान संभाल कर बात करो, हमारी जबान पान खिलाती है, तो लात भी खिलाती है। तुमने मेरे इष्ट को टेढ़ा कैसे बोला ?"* अयोध्या वाला भक्त बोला, "इसमें गलत क्या है ? तुम्हारे कन्हैया तो हैं ही टेढ़े। कुछ भी लिख कर देख लो-उनका नाम टैढ़ा- "कृष्ण" उनका धाम टेढ़ा - "वृन्दावन"। वृन्दावन वाला भक्त बोला, "चलो मान लिया, पर उनका काम भी टेढ़ा है और वो खुद भी टेढ़ा है, ये तुम कैसे कह रहे हो ?" अयोध्या वाला भक्त बोला - "अच्छा अब ये भी बताना पडेगा ? तो सुनों- यमुना में नहाती गोपियों के कपड़े चुराना, रास रचाना, माखन चुराना, ये कौन से सीधे लोगों के काम हैं ? और बता आज तक किसी ने उसे सीधे खडे देखा है क्या कभी ?" वृन्दावन के भक्त को बड़ी बेइज्जती महसूस हुई, और सीधे जा पहुँचा बिहारी जी के मंदिर। अपना डंडा डोरिया पटक कर बोला- "इतने साल तक खूब उल्लू बनाया लाला तुमने। ये लो अपनी लकुटी, करमरिया, और पटक कर बोला ये अपनी सोटी भी संभालो। हम तो चले अयोध्या राम जी की शरण में।" और सब पटक कर भक्त चल दिया। अब बिहारी जी मंद-मंद मुस्कुराते हुए उसके पीछे-पीछे चल दिये। भक्त की बाँह पकड कर बोले अरे- "भई तुझे किसी ने गलत भड़का दिया है।" पर भक्त नही माना तो बोले, "अच्छा जाना है। तो तेरी मर्जी, पर यह तो बता राम जी सीधे और मै टेढ़ा कैसे ?" यह कहते हुए बिहारी जी कुँए की तरफ नहाने चल दिये। वृन्दावन वाला भक्त गुस्से में अयोध्या वाले भक्त से हुई झैं-झैं और बेइज़्जती की सारी भड़ास निकाल दी। बिहारी जी मुस्कुराते रहे और चुपके से अपनी बाल्टी कुँए में गिरा दी। फिर भक्त से बोले अच्छा चले जाना पर जरा मदद तो कर जा, तनिक एक सरिया ला दे तो मैं अपनी बाल्टी निकाल लूँ। भक्त सरिया ला देता है, और श्री कृष्ण सरिये से बाल्टी निकालने की कोशिश करने लगते हैं। भक्त बोला इतनी अक्ल नही है, क्या इस सीधे सरिये से भला बाल्टी कैसे निकलेगी ? सरिये को तनिक टेढ़ा करो, फिर देख कैसे एक बार में बाल्टी निकल आएगी ! बिहारी जी मुस्कुराते रहे और बोले - "जब सीधेपन से इस छोटे से कुँए से एक छोटी सी बाल्टी नहीं निकाल पा रहा, तो तुम्हें इतने बड़े भवसागर से कैसे पार लगाऊँगा ! अरे आज का इंसान तो इतने गहरे पापों के भवसागर में डूब चुका है, कि इस से निकाल पाना मेरे जैसे टेढ़े के ही बस की बात है *सदैव प्रसन्न रहिये!!* *जो प्राप्त है-पर्याप्त है!!* 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

Хинди

vah khate khate mar gya *🦚🙏एक कहानी सुंदर सी🙏🦚* *💐💐"सीधे राम-टेढे कृष्ण"💐💐* *एक बार की बात है- वृंदावन का एक भक्त अयोध्या की गलियों में राधे-कृष्ण, राधे-कृष्ण जप रहा था। अयोध्या का एक भक्त वहाँ से गुजरा तो राधे-राधे-कृष्ण-कृष्ण सुनकर उस भक्त को बोला- अरे जपना ही है, तो सीता-राम जपो, क्या उस टेढ़े का नाम क्यों जपते हो ? वृन्दावन का भक्त भड़क कर बोला- "जरा जबान संभाल कर बात करो, हमारी जबान पान खिलाती है, तो लात भी खिलाती है। तुमने मेरे इष्ट को टेढ़ा कैसे बोला ?"* अयोध्या वाला भक्त बोला, "इसमें गलत क्या है ? तुम्हारे कन्हैया तो हैं ही टेढ़े। कुछ भी लिख कर देख लो-उनका नाम टैढ़ा- "कृष्ण" उनका धाम टेढ़ा - "वृन्दावन"। वृन्दावन वाला भक्त बोला, "चलो मान लिया, पर उनका काम भी टेढ़ा है और वो खुद भी टेढ़ा है, ये तुम कैसे कह रहे हो ?" अयोध्या वाला भक्त बोला - "अच्छा अब ये भी बताना पडेगा ? तो सुनों- यमुना में नहाती गोपियों के कपड़े चुराना, रास रचाना, माखन चुराना, ये कौन से सीधे लोगों के काम हैं ? और बता आज तक किसी ने उसे सीधे खडे देखा है क्या कभी ?" वृन्दावन के भक्त को बड़ी बेइज्जती महसूस हुई, और सीधे जा पहुँचा बिहारी जी के मंदिर। अपना डंडा डोरिया पटक कर बोला- "इतने साल तक खूब उल्लू बनाया लाला तुमने। ये लो अपनी लकुटी, करमरिया, और पटक कर बोला ये अपनी सोटी भी संभालो। हम तो चले अयोध्या राम जी की शरण में।" और सब पटक कर भक्त चल दिया। अब बिहारी जी मंद-मंद मुस्कुराते हुए उसके पीछे-पीछे चल दिये। भक्त की बाँह पकड कर बोले अरे- "भई तुझे किसी ने गलत भड़का दिया है।" पर भक्त नही माना तो बोले, "अच्छा जाना है। तो तेरी मर्जी, पर यह तो बता राम जी सीधे और मै टेढ़ा कैसे ?" यह कहते हुए बिहारी जी कुँए की तरफ नहाने चल दिये। वृन्दावन वाला भक्त गुस्से में अयोध्या वाले भक्त से हुई झैं-झैं और बेइज़्जती की सारी भड़ास निकाल दी। बिहारी जी मुस्कुराते रहे और चुपके से अपनी बाल्टी कुँए में गिरा दी। फिर भक्त से बोले अच्छा चले जाना पर जरा मदद तो कर जा, तनिक एक सरिया ला दे तो मैं अपनी बाल्टी निकाल लूँ। भक्त सरिया ला देता है, और श्री कृष्ण सरिये से बाल्टी निकालने की कोशिश करने लगते हैं। भक्त बोला इतनी अक्ल नही है, क्या इस सीधे सरिये से भला बाल्टी कैसे निकलेगी ? सरिये को तनिक टेढ़ा करो, फिर देख कैसे एक बार में बाल्टी निकल आएगी ! बिहारी जी मुस्कुराते रहे और बोले - "जब सीधेपन से इस छोटे से कुँए से एक छोटी सी बाल्टी नहीं निकाल पा रहा, तो तुम्हें इतने बड़े भवसागर से कैसे पार लगाऊँगा ! अरे आज का इंसान तो इतने गहरे पापों के भवसागर में डूब चुका है, कि इस से निकाल पाना मेरे जैसे टेढ़े के ही बस की बात है *सदैव प्रसन्न रहिये!!* *जो प्राप्त है-पर्याप्त है!!* 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

Последнее обновление: 2021-02-22
Частота использования: 1
Качество:

Источник: Анонимно
Предупреждение: Содержит скрытое HTML-форматирование

Получите качественный перевод благодаря усилиям
7,744,136,698 пользователей

Сейчас пользователи ищут:



Для Вашего удобства мы используем файлы cookie. Факт перехода на данный сайт подтверждает Ваше согласие на использование cookies. Подробнее. OK