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it is a numerical figure same as an american billion or a british " milliard " .
यह एक अमेरिकी अरब या एक ब्रिटिश मिल्ल्यार्ड " के समतुल्य संख्यात्मक आंकड़ा है ।
Senast uppdaterad: 2020-05-24
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but if you buy in hundreds of thousands or millions ,
लेकिन अगर आप हजारों या लाखों लोगों के सैकड़ों में ,
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(applause) how do we allow any of this to happen? well the answer, of course, is, if you spend 125 billion or 130 billion dollars a year in a country, you co-opt almost everybody.
(तालियाँ) हम कैसे अनुमति दें इस में से कुछ भी होने के लिए? जवाब, ज़ाहिर है, अगर आप 125 अरब या 130 अरब खर्च करते हैं एक देश में एक साल में, आप हर चीज़ में भागिदार हैं, हर सहायता एजेंसि - जो पैसे का एक विशाल राशि प्राप्त करती है अमेरिका और यूरोपीय सरकारों से स्कूलों और क्लीनिकों का निर्माण करने के लिए - वह कुछ हद तक विमुख हैं इस विचार से कि अफगानिस्तान एक अस्तित्व खतरा नहीं है वैश्विक सुरक्षा के लिए. वे, दूसरे शब्दों में चिंतित हैं, कि अगर किसी ने माना कि यहएक खतरा नहीं है - ऑक्सफेम, सेव डा चिल्ड्रन - को पैसे नहीं मिलेंगे उनके अस्पतालों और स्कूलों के निर्माण के लिए . और मुश्किल है सेनापति का सामना करना उसकी छाती पर पदक के साथ . यह एक राजनीतिज्ञ के लिए बहुत मुश्किल है , क्योंकि आप को डर है कि कई जीवन व्यर्थ में खो गए हैं. आपको गहरा अपराध लगता है. तुम अपने डर को बड़ा चड़ा के बताते हैं. और आप अपमान के बारे में डर रहे हैं हार के. इस का हल क्या है? इस का हल है कि हम एक रास्ता खोजे माइकल सेम्प्ले के जैसे लोग, या उन से अन्य लोग, जो सच कह रहे हैं, जो देश को जानते हैं, जिन्होंने जमीन पर 30 साल बिताये हैं- और सबसे महत्वपूर्ण बात, इस घटक से लापता - खुद अफगान, जो समझते हैं कि क्या हो रहा है. हम किसी भी तरह उनका संदेश पहुचाना है नीति निर्माताओं तक. और यह करना बहुत मुश्किल है हमारी संरचनाओं के कारन. पहली बात हम बदंलनी है हमारी सरकार की संरचना. बहुत, बहुत दुख की बात है, हमारे विदेशी सेवाएँ, संयुक्त राष्ट्र, इन देशों की सेनाए को कम विचार है की क्या हो रहा है. औसत ब्रिटिश सैनिक केवल छह महीने दौरे पर है; इतालवी सैनिकों, चार महीने टूर पर; अमेरिकी सैन्य, 12 महीने टूर पर. राजनयिकों दूतावास यौगिकों में बंद हैं. जब वे बाहर जाते हैं, वे इन उत्सुक बख्तरबंद वाहनों में यात्रा करते हैं इन कुछ धमकी भरी सुरक्षा टीमों के साथ जो अग्रिम में तैयार हैं २४ घंटे जो कहते हैं कि तुम केवल एक घंटे जमीन पर रह सकते हो. अफगानिस्तान में ब्रिटिश दूतावास में २००८ में, ३५० लोगों के एक दूतावास में, वहाँ केवल तीन लोग दारी बोलते थे, अफगानिस्तान में एक सभ्य स्तर पर, मुख्या भाषा. और वहाँ एक भी पश्तो वक्ता नहीं था. लंदन में अफगान अनुभाग में जमीन पर अफगान नीति शासित करने की लिए जिम्मेदार, मुझे पिछले साल कहा गया कि वहाँ एक भी स्टाफ सदस्य नहीं था उस अनुभाग में विदेश कार्यालय में जिसने कभी सेवा की हो अफगानिस्तान में पोस्टिंग पर. तो हमें यह संस्थागत संस्कृति को बदलने की जरूरत है. और मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के बारे में यही आकलन करता हूँ और संयुक्त राष्ट्र. दूसरे, हम जनरलों के आशावाद से दूर जाने की जरूरत है. हमें थोडा बहोत शक बनाने की जरूरत है, कि हम समझे की वह आशावाद सेना के डीएनए में है, कि हम इसे न उत्तर दें इतनी तत्परता के साथ . और तीसरे, हमें कुछ विनम्रता की जरूरत है. हमें ऐसी स्थिति से शुरू करने की जरूरत है कि हमारा ज्ञान, हमारी शक्ति, हमारे वैधता सीमित है. इसका मतलब यह नहीं कि दुनिया भर में हस्तक्षेप एक आपदा है. ऐसा नहीं है. बोस्निया और कोसोवो सफलताएँ थीं, महान सफलता. आज जब आप बोस्निया जायेंगे यह लगभग असंभव है विश्वास करना कि १९९० के दशक में हमने जो देखा . यह लगभग असंभव है विश्वास करना प्रगति पर १९९४ के बाद से. रिफ्यूजी की वापसी, जो शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायोग सोचा था कि असंभव होगी, बड़े पैमाने पर हुई है . एक लाख संपत्ति लोटाई गयी है. बोस्निअक क्षेत्र के बीच बॉर्डर और बोस्नियाईसर्ब क्षेत्र शांत है. राष्ट्रीय सेना सिकुड़ गई है. बोस्निया में अपराध दर आज स्वीडन से कम है. यह किया गया है एक अविश्वसनीय, सैद्धांतिक प्रयास के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा, और, ज़ाहिर है, सब से ऊपर बोस्निंस द्वारा स्वयं. लेकिन आप को संदर्भ में देखने की जरूरत है. और यह हमने अफगानिस्तान और इराक में खो दिया है. आप उन स्थानों में समझें क्या महत्त्वपूर्ण था सबसे पहले, तुद्मन और मिलोसेविक की भूमिका समझौते में, और फिर तथ्य की वह पुरुष गए, क्षेत्रीय स्थिति सुधारने में , कि यूरोपीय संघ बोस्निया की पेशकश कर सकता कुछ असाधारण: हिस्सा बनने का मौका एक नया क्लब का, कुछ बड़े में शामिल होने का. और अंत में, हमें समझना चाहिए की बोस्निया और कोसोवो में, रहस्य की बात है, हमारी सफलता का रहस्य, थी हमारी विनम्रता - हमारी सगाई की अस्थायी प्रकृति. हम लोगों ने बोस्निया की बहुत आलोचना की युद्ध अपराधियों काफी धीमी गति से कार्यवाही के लिए. हमने उनकी आलोचना की शरणार्थियों को लौटने में धीमी गति के लिए. लेकिन यहसुस्ती, यह सावधानी, यह तथ्य कि राष्ट्रपति क्लिंटन ने शुरू में कहा कि अमेरिकी सैनिकों केवल एक वर्ष के लिए तैनात किये जायेंगे, एक ताकत बन गया है , और इसने हमें हमारी प्राथमिकताओं को सही करने में मदद की. सबसे दुखद बात अफगानिस्तान में हमारी भागीदारी के बारे में यह है की प्राथमिकताओं मेल से बहार हैं. हम अपने संसाधनों को हमारी प्राथमिकताओं से नहीं मिला रहे हैं . क्योंकि अगर हमें आतंकवाद में रुचि है, पाकिस्तान अफगानिस्तान की तुलना में कहीं अधिक महत्वपूर्ण है. यदि हमें क्षेत्रीय स्थिरता में रुचि है, मिस्र कहीं अधिक महत्वपूर्ण है. अगर हमें गरीबी और विकास की चिंता है, उप सहारा अफ्रीका कहीं अधिक महत्वपूर्ण है. इसका मतलब यह नहीं है कि अफगानिस्तान से फर्क नहीं पड़ता, लेकिन वेह दुनिया के 40 देशों में से एक है जिसके साथ हमें संलग्न की जरूरत है. तो अगर मैं हस्तक्षेप के लिए एक रूपक के साथ समाप्त करता हूँ, हम जिस बारे में सोच सकते हैं है पहाड़ बचाव की तरह कुछ. पहाड़ बचाव क्यों? क्योंकि, जब लोगहस्तक्षेप के बारे में बात करते हैं वे कल्पना करते हैं कुछ वैज्ञानिक सिद्धांत की - रेंड निगम 43 पिछले विद्रोह गिनता है गणितीय सूत्रों का निर्माण कर यह कह की आप को एक प्रशिक्षित काउंटर-विद्रोही की जरूरत है आबादी के हर 20 सदस्यों के लिए. यह इसे देखने का गलत तरीका है. आप इसे पहाड़ बचाव की तरह देखने की जरूरत है. जब आप पहाड़ बचाव करते हैं, आप पहाड़ बचाव में डॉक्टरेट नहीं लेते, आप किसी जानने वाले को ढूँढ़ते हो. यह संदर्भ के बारे में है . आप समझते हैं कि आप तैयार कर सकते हैं, लेकिन जितनी तैयारी आप कर सकते हैं सीमित है. आप कुछ पानी और एक नक्शा ले सकते हैं , आप एक बस्ता ले सकते हैं. लेकिन क्या सचमुच मायने रखता है हैं दो प्रकार की समस्याएं - समस्याएं जो पहाड़ों पर होती हैं जो आप प्रतिआशा नहीं कर सकते, उदाहरण के लिए, एक ढलान पर बर्फ , लेकिन जिन्हें आप समझ सकते है , और समस्याएं जिनकी आप आशा नहीं कर सकते और जिन्हें आप समझ नहीं सकते है, अचानक आया एक बर्फानी तूफान या एक हिमस्खलन या मौसम में परिवर्तन. और इसकी कुंजी एक गाइड है जो कि पहाड़ पर गया है , हर तापमान में, हर अवधि में - एक गाइड, जो, जानता है कि कब वापस मुड़ना है, जो लगातार आगे नहीं बढेगा जब स्थिति उनके खिलाफ हो. हम क्या ढूँढ़ते हैं फायरब्रिगेड वालों में, पर्वतारोहियों में, पुलिसकर्मियों में, और हमें हस्तक्षेप के लिए क्या ढूदना चाहिए , है बुद्धिमानी से जोखिम उठाने वाले ऐसे लोग नहीं, जो चट्टान से अंधी में कूद जाते हैं ऐसे लोग नहीं, जो एक जलते हुए कमरे में कूद जाएं, लेकिन जो अपने जोखिम नापते हैं, अपनी जिम्मेदारिया तौलते हैं. क्योंकि हमने अफगानिस्तान में सबसे बुरा जो किया है है यह विचार कि विफलता एक विकल्प नहीं है. यह विफलता को अदृश्य बनाता है , समझ से बाहर है और अपरिहार्य है. और अगर हम विरोध कर सकते हैं इस पागल नारे का, हमें पता चलेगा - सीरिया में, मिस्र में, लीबिया में, और कहीं और हम दुनिया में जाएँ - कि अगर हम अक्सर जितना दिखाते हैं उससे कम करें, हम अपने दर से कही अधिक कर सकते हैं. बहुत बहुत धन्यवाद.
Senast uppdaterad: 2019-07-06
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