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वो कल जारही है

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तो वो कली कच्ची है .

Engels

that bud is a young one .

Laatste Update: 2020-05-24
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4 महीने के बाद अमरावती वरूण मुनबई जारही है

Engels

4 महिने के बाद अमरावती वरून मुंबई जा रही

Laatste Update: 2024-05-26
Gebruiksfrequentie: 1
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वो कल कानपुर जाइजी इंग्लिश ट्रांसलेट

Engels

wo kal kanpur jaegi inglish translet

Laatste Update: 2018-03-16
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Referentie: Anoniem

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खूबसूरत सा वो पल था | पर क्या करे वो कल था |

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it was a beautiful moment. but what to do, it was yesterday.

Laatste Update: 2024-06-21
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Referentie: Anoniem

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मे मुबई जारहा है

Engels

i go to mumbai

Laatste Update: 2021-12-12
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मेराभाई स्कूल जारहा है

Engels

मेरा भाई school जा रहा हे

Laatste Update: 2023-07-17
Gebruiksfrequentie: 1
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Referentie: Anoniem

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जो किसी एक के लिए सच है वो कल पूरे देश के लिए सच होगा यदि वे हिम्मत हारने और उम्मीद खोने से इनकार कर दें .

Engels

what is true of the individual will be tomorrow true of the whole nation if individuals will but refuse to lose heart and hope .

Laatste Update: 2020-05-24
Gebruiksfrequentie: 1
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Referentie: Anoniem

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(ठहाका) पर मेरे यहाँ एक कहावत है कि अगर कोई कली पेड़ से बिना कुछ कहे कर गिर जाए, तो वो कली कच्ची है. इसलिए मैं -- चूँकि मैं कच्ची उमर का नहीं हूँ और मेरी काफी उमर हो गई है, मैं कुछ ज़रुर कहूँगा. हम इस सम्मेलन का आयोजन बहुत ही सटीक समय पर कर रहे हैं क्योंकि बर्लिन में एक और सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. जी-8 शिखर सम्मेलन. जी-8 शिखर सम्मेलन ने प्रस्ताव दिया है कि अफ़्रीका की समस्याओं का समाधान बड़ी मात्रा मे अनुदान देने में है, कुछ कुछ मार्शल प्लान जैसा ही. दुर्भाग्य से व्यक्तिगत तौर पर मेरा मार्शल प्लान में विश्वास नहीं है. पहले तो इसलिए कि मार्शल प्लान के फायदों को बढ़ा-चढ़ा कर आँका गया. इसका सबसे ज़्यादा लाभ उठाने वाले देश जर्मनी और फ्राँस थे, और ये उनके सकल घरेलू उत्पाद का केवल 2.5 प्रतिशत था. एक औसत अफ्रिकी देश को मिला विदेशी अनुदान उसके सकल घरेलू उत्पाद का 13 से 15 प्रतिशत तक होता है, जो कि धनी से ग़रीब देशों को सौंपे गये वित्तीय संसाधनों की अभूतपूर्व मात्रा है. मैं कहना चाहूँगा कि यहाँ हमें दो चीज़ें जोड़ कर देखनी होंगी. किस तरह से पश्चिमी मीडिया वहाँ अफ़्रीका को प्रस्तुत करती है, और उसके परिणाम. हताशा, बेबसी और निराशा दिखाकर मीडिया अफ़्रीका का सच ही बता रही है, और ये सच ही है. लेकिन, मीडिया पूरा सच नहीं बता रही है. क्योंकि हताशा, गृ्हयुद्ध, भूख और अकाल, जहाँ अफ़्रीकी वास्तविकता का हिस्सा हैं, वहीं, केवल यही अफ्रिका की वास्तविकता नहीं है. और दूसरे, ये वास्तविकता का सबसे छोटा भाग हैं. अफ्रिका में 53 देश हैं. इनमें से केवल 6 गृ्हयुद्ध पीड़ित हैं, जिसका मतलब है कि मीडिया केवल छह देशों की ही सूचना दे रही है. अफ्रिका में अपार संभावनाएँ हैं, जो उस हताशा और बेबसी के जाल से बाहर नहीं पहुँच पातीं जिसे पश्चिमी मीडिया अपने दर्शकों को परोसती है. ऐसी प्रस्तुति का असर यही होता है कि ये संवेदना मांगती है. ये दया मांगती हे, ये दान मांगती है. नतीज़ा - अफ़्रीका की आर्थिक समस्याओं का पश्चिमी मानस पटल में ग़लत चित्रण होता है. यह ग़लत छवि इस सोच का परिणाम है कि अफ़्रीका एक हताशा भरी जगह है. हम उसका क्या करें? हमें भूखों को खाना देना चाहिए. हमें बीमारों के लिए दवाई मुहैया करानी चाहिए. हमें शान्ति सेना भेजनी चाहिए गृ्हयुद्ध से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए. और इस पूरी प्रक्रिया में अफ़्रीका से 'स्वंयं करो' वाली भावना छिन्न-भिन्न हो गई है. मैं कहना चाहूँगा कि इस बात को पहचानना ज़रूरी है कि अफ़्रीका की कुछ आधारभूत कमज़ोरियाँ हैं. पर साथ ही, उसमें संभावनाएँ भी हैं और अवसर भी. अफ़्रीका आज जिस चुनौति का सामना कर रहा है, उसे हमें नए सिरे से समझने की ज़रुरत है, एक हताशाभरी चुनौती से हटकर, वो हताशा जिसे हम ग़रीबी उन्मूलन का नाम देते हैं, उसे एक आशावादी चुनौती में बदलना होगा. यह आशावादी चुनौती होगी संपद निर्माण की, और इसे बनाना अति-आवश्यक है. अफ़्रीका में रुचि रखने वाले हर शख्स के आगे सवाल ग़रीबी मिटाने का नहीं है बल्कि संपदा सृ्ष्टि का है. एक बार हम इन दो चीज़ों को बदल दें -- अगर आप ये कहें कि अफ्रिकी लोग ग़रीब हैं और उन्हें ग़रीबी से मुक्ति चाहिए, तो सद्भावनाओं का अंतर्राष्ट्रिय समुदाय इस महाद्वीप में घुस पड़ेगा, साथ में क्या लेकर? ग़रीबों के लिए दवाईयाँ, भूखों के लिए खाना, गृ्हयुद्ध से जूझ रहे लोगों के लिए शान्ति सेना. और इस पूरी प्रक्रिया की किसी भी चीज़ की उपयोगिता सचमुच में नहीं है क्योंकि आप लक्षणों का उपचार कर रहे हैं, अफ्रिका के मूल समस्याओं का नहीं. किसी को स्कूल भेजने से या दवाईयाँ देने से, देवियों और सज्जनों, उनके लिए संपत्ति सृष्टि नहीं होती. संपत्ति आय से पनपति है, और आय आती है किसी लाभजनक व्यवसायिक अवसर या किसी अच्छी तन्ख्वाह की नौकरी से. अब जब हम अफ्रिका में संपत्ति सृ्ष्टि के बारे में बात करने लगे हैं तो हमारी दूसरी चुनौति है, किसी समाज मे संपत्ति निर्माण करने वाले कौन होते हैं? वो हैं उद्यमी.

Engels

(laughter) but there is a saying in my culture that if a bud leaves a tree without saying something, that bud is a young one. so, i will -- since i am not young and am very old,

Laatste Update: 2019-07-06
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