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(latter)
(हंसी)
Last Update: 2019-07-06
Usage Frequency: 4
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(latter) okay.
(हँसी) ठीक है _bar_
Last Update: 2019-07-06
Usage Frequency: 1
Quality:
[latter] mand:
[हंसी] पुरुष:
Last Update: 2017-10-12
Usage Frequency: 1
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deres latter.
उनका मुस्कुराता है.
Last Update: 2017-10-12
Usage Frequency: 1
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[hvin og latter]
[चिल्लाहट और हंसी]
Last Update: 2017-10-12
Usage Frequency: 1
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[latter] kvinde:
[हंसी] महिला: क्या तुम हर संभव तरीका आज़मा रहे हो?
Last Update: 2017-10-12
Usage Frequency: 1
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(latter) klar? vær klar.
(हंसी) आप तैयार हैं? मजबूती से पकडिये. ये आया तूफ़ान. "नहीं, मेरी बेटी, वो आ रही है उस ब्विक में. रानी, ठीक से बैठो ताकि ये तुम्हें देख सकें." हे यीशु. हे यीशु. मैं आखिरकार पहुँचती हूँ, और अब यह तो (अमरीका का) दक्षिण है. मुझे नहीं पता आप देश के किस भाग में रहते हैं. मेरा ख्याल है हम सब को कहानियां पसंद हैं. गुप-चुप रूप से हम सब अपना कम्बल और अपना खिलौना चाहते हैं. हम सब आलथी-पालथी मार कर कहना चाहते हैं, "मुझे सुनाओ, मुझे सुनाओ. आओ, रानी, मुझे सुनाओ कहानी." पर दक्षिण में तो, हम अच्छी कहानी पर जान देते हैं. लोग बगल में खड़े हो गए हैं. मेरा मतलब, वो उस कतार में से निकल आये हैं, उन्होनें अपनी गाड़ियों के ट्रंक खोल लिए हैं, फोल्डिंग कुर्सियां निकाल ली हैं और ठन्डे पेय भी. शर्तें लग रही हैं. "मैं तो देवी जी के पक्ष में हूँ. साला."
Last Update: 2019-07-06
Usage Frequency: 1
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(latter) olivia? huh?
(हंसी) ओलिविया? हुंह? हुंह? अब तक हम और चार फुट की दूरी तक सरक चुके हैं, और मेरी माँ आखिरकार मुझसे कहती हैं, "मैं जानती थी, मैं जानती थी. मैं परदेसी हूँ. हम अपने लिए जगह बना ही लेते हैं. मैंने क्या कहा था तुमसे? वो देखो, वहाँ." और वो अपनी खिड़की से इशारा करती हैं, और मैं बाहर देखती हूँ, और तीन -- तीन -- गलियों के बाद --
Last Update: 2019-07-06
Usage Frequency: 1
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(latter) og så gik jeg.
(ठहाके) फिर मैं चला गया.
Last Update: 2019-07-06
Usage Frequency: 1
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nå men, jeg gør- (latter)
खैर, मैं करता हूँ हंसी !
Last Update: 2019-07-06
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dreng: ingenting! (latter)
ठहाका बच्चा: ये जल रहा है, और ये नहीं। ए.जी.: ठीक है, अब उसने अपनी प्रयोग की नोटबुक निकाल ली है। बच्चा: ये जल क्यों रहा है। ठहाका पता नहीं। ए.जी. : हर साइंसटिंस्ट इस भावना को समझ सकता है। ठहाका बच्चा: ओह, तो इसे ऐसे होना चाहिये, और इसे ऐसे होना चाहिये। ए.जी : तो हाइपोथेसिस दो। बच्चा: हाँ, इसलिये। ओह। ठहाका ए.जी: अब ये उसका अगला आइडिया है। उस ने प्रयोग करने वाले को ये करने के लिये कहा, कि उसे दूसरी जगह रखे। यहाँ भी काम नहीं हुआ। बच्चा: ओह, क्योंकि लाइट बस यहीं तक पहुँच रही है, यहाँ नहीं। ओह, इस डब्बे के तले में बिजली भरी हुई है, मगर इस में बिजली नहीं है। एजी: ये है चौथी हाइपोथेसिस बच्चा: अब ये जल रहा है। तो जब आप चार रखते हैं। तो आपको इसे जलाने के लिये चार रखने होते हैं और दो इस पर इसे जलाने के लिये। एजी: पाँचवी हाइपोथेसिस। ये बहुत ही प्यारा बच्चा है -- और ये पयारा है और बातें बोल रहा है, मगर क्रिस्टीन को पता लगा कि ये सामान्य सोच है। अगर आप बच्चों को खेलते देखेंगे, और उन से कुछ पूछेंगे तो वो असल में कुछ प्रयोग ही कर रहे होते हैं। ये चार साल के बच्चों का सामन्य बर्ताव है। ऐसा होना कैसा लगता होगा? ऐसी बुद्धिमान तितली के जैसा होना कैसा होता होगा जो दो मिनट में पाँच हाइपोथेसिस चेक करती हो? अगर आप मनोवैज्ञानिकों और दार्शनिकों की सुने, तो उनमें से बहुतों ने कहा है कि बच्चे और शिशु अचेतन ही रहते है, और यदि वो चेतन होते, और मैं इसका ठीक उल्टा ही सोचता हूँ। मुझे लगता है कि बच्चे और शिशु व्यस्कों के मुकाबले ज्यादा चैतन्य होते हैं। हमें व्यस्कों की चैतन्यता के बारे में ऐसा कुछ पता है। और व्यस्कों का ध्यान और चैतन्यता स्पाट लाइट जैसी होती है। तो व्यस्कों के साथ क्या होता है कि हम ये सोच लेते है कि कुछ चीज़ ज़रूरी है, और हमें उस पर ध्यान देन चाहिये। हमारी उस चीज़ से जुडी चैतन्यता बहुत ज्यादा तेज़ और जीवंत हो जाती है, और बाकी सब जैसे अँधेरे में चला जाता है। और हमें अब ये भी पता है कि दिमाग कैसे ऐसा करता है। तो जब हम किसी बात पर ध्यान देते हैं हमारा प्री-फ़्रंटल कोर्टेक्स, जो दिमाग का क्रियाशील भाग है, एक सिग्नल भेजता है जो हमारे दिमाग के एक खास भाग को ज्यादा रचनात्म्क बना देता है, सीखने के लिये उत्सुक, और बंद कर देता है दिमाग के बाकी सारे हिस्से तो हमार बहुत ही तीक्ष्ण, परिणाम प्रेरित ध्यान होता है। अगर हम बच्चो और शिशुओं को देखें, तो वो अलग तरह से काम करते हैं। मुझे लगता है कि शिशु और बच्चे चैतन्यता की लाल्टेन के साथ काम करते है, बजाय स्पाटलाइट के। तो शिशुओं और बच्चों के लिये असंभव है किसी एक ही बात पर केंद्रित रहना। मगर वो बहुत सारी जानकारी एक साथ ले सकने में माहिर है , वो भी अलग अलग जगहों से एक साथ। और अगर उन के दिमाग को देखें, तो आप देखेंगे कि वहाँ न्यूरो-ट्रांस्मिटर की बाढ आई होती है और इस लिये वो सीखने और ढलने में माहिर होते हैं, और उन्हें किसी काम से रोकने वाले भाग अभी बने ही नहीं होते। तो जब हम कहते हैं कि बच्चे और शिशु ध्यान नहीं दे पाते, हम ये नहीं कहना चाहते कि वो ध्यान नहीं दे पाते बल्कि ये कि वो ध्यान हटा नही पाते उन तमाम रोचक चीजों से जो उनके आसपास हो रही होती हैं और सिर्फ़ एक महत्व्पूर्ण चीज पर ध्यान टिकाने के लिये। वो उस तरह का ध्यान, या उस तरह की चैतन्यता है जो हम सोचते हैं कि मिलेगी उन तितलियों में जिन्हें सीखने के लिये बनाया गया हो। और अगर हम एक तरीका सोचें बच्चों की चैतन्यता का अनुभव लेने के लिये, तो हमें उन स्थितियों के बारे में सोचना होगा जहाँ हम बिलकुल नयी जगहों पर होते हैं, या जब हमें किसी से प्यार हो जाता है, या जब हम किसी नये शहर में पहले बार पहुँचते हैं। और तब हमारी चैतन्यता संकुचित नहीं होती, बल्कि विस्तृत हो जाती है। जिस से कि पेरिस में बिताये वो तीन दिन ज्यादा चैतन्य और अनुभव से भरे लगते है, उन कई महीनों के मुकाबले जो हम रोज़मर्रा के आते-जाते, मीटिंगे करते हुए बिताते हैं। और तो और, कॉफ़ी! जी वही कॉफ़ी जो आप अभी नीचे पी रहे थे, असल में वैसा ही असर पैदा करती है जैसे कि बच्चो के न्यूरो-ट्रांसमिटर। तो बच्चा होना कैसा होता होगा? वैसा ही जैसे इश्क में होना, जैसे पेरिस में पहली बार जाना या जैसे तीन कप डबल एस्प्रेसो पीने के बाद लगता है ठहाका ये बहुत मजेदार है, मगर हो सकता है कि आप सुबह के तीन बजे जागे हुए पाये जायें। ठहाका अब बडे होना ठीक लग रहा है। मैं बहुत नहीं कहना चाहता कि बच्चे कितने गजब के होते हैं। बडा होना भी अच्छा है। हम लोग सडक पार कर सकते है, जूते के फ़ीते बाँध सकते हैं। और ये ठीक ही लगता है कि हम इतनी कोशिश करते है बच्चों को बडों की तरह सोचना सिखाने की। मगर यदि हमें उन तितलियों की तरह होना है, जिनके दिमाग खुले, और सीखने को तैयार हैं, रच्नात्मक, कल्पना शक्ति से भरे, नवीन, तो कम से कम कुछ समय के लिये हमे बडों को बच्चों की तरह सोचना सिखाना होगा। अभिवादन
Last Update: 2019-07-06
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det var en falsk latter forresten.
कि एक नकली हंसी है, वैसे.
Last Update: 2017-10-12
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spiller 3default name of fourth player
खिलाड़ी ३
Last Update: 2018-12-24
Usage Frequency: 2
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(latter) ca. 8000 km fra delhi
(ठहाके) दिल्ली से लगभग 8000 किलोमीटर दूर गेट्सहैड नामक एक छोटा शहर है. गेट्सहैड में, मैंने 32 बच्चे लिए, और मैं अपनी तकनीक को तराशने लगा. मैंने उन्हें चार-चार के समूहों में बाँट दिया. मैंने कहा, "तुम खुद अपने चार-चार के समूह बनाओ. हर एक समूह एक ही कंप्यूटर का इस्तेमाल कर सकता है, चार का नहीं." आपको याद होगा - दीवार में जड़ा हुआ कंप्यूटर. "आप समूह बदल सकते हैं. अगर आपको अपना समूह पसंद न आये तो आप कोई दूसरे समूह के पास जा सकते हैं. किसी दूसरे समूह के पास जाकर आप झाँक कर देख सकते हैं कि वो क्या कर रहे हैं, फिर अपने समूह में आकर दावा कर सकते हैं कि वह आपका खुद का विचार था." मैंने उन्हें समझाया कि आपको पता है? कितने ही वैज्ञानिक अनुसंधान इसी तरह किया जाते हैं.
Last Update: 2019-07-06
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(latter) den anden ting han sagde var,
(ठहाके) दूसरी बात --
Last Update: 2019-07-06
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mentor og studerende: [høj latter.] mentor:
टीचर और बचे साब हस्ते हुए बहोत बढ़िया बहोत बढ़िया मज़्ज़ा आगया क्या रोबोट है !
Last Update: 2019-07-06
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(latter) okay. jeg tager et af chopins stykker.
(हंसी) अच्छा. तो अब मैं शोपैं की एक रचना ले रहा हूँ. यह शोपैं की एक बेहद सुन्दर संगीतात्मक भूमिका है. आप में से कुछ इसे जानते होंगे.
Last Update: 2019-07-06
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(latter) adam ostrow: en smule skræmmende, ikke?
(हँसी) एडम ओस्त्रो: डरावना है न? तो यह सेवा क्या करती है, बस, यह आप को एक संदेश या एक वीडियो बनाने देती है जो कि आप की मौत के बाद फेसबुक पर पोस्ट किया जा सकता है . एक और सेवा १,००० यादें . और यह आपको अपने प्रियजनों के लिए एक ऑनलाइन श्रद्धांजलि बनाने देती है, फ़ोटो और वीडियो और कहानियों के साथ पूरी जो कि आप मरने के बाद पोस्ट कर सकते हैं . लेकिन मुझे लगता है कि अगला कहीं अधिक रोचक है. आप में से बहुत शायद देब रॉय के साथ परिचित हैं जो मार्च में, दिखा रहे थे कैसे वह घर के ९०,००० से अधिक घंटे के वीडियो का विश्लेषण करने में सक्षम थे. मुझे लगता है कि मशीनों की क्षमता के रूप में मानव भाषा को समझना और विशाल मात्रा में डेटा की प्रक्रिया करना में सुधार हो रहा है, यह संभव हो रहा है एक पूरे जीवन की सामग्री का विश्लेषण करना - त्वीट्स, फोटो, वीडियो, ब्लॉग पोस्ट - जो कि हम इस भारी संख्या में उत्पाद कर रहे हैं. और मुझे लगता है जैसे यह होता है, यह हमारे डिजिटल व्यक्तित्व के लिए संभव हो रहा है असली दुनिया में लंबे समय तक बातचीत जारी रखना, हमारे चले जाने के बाद हमारे द्वारा बनाई सामग्री की मात्रा की विशालता के कारण और प्रौद्योगिकी की इसको समझने की क्षमता के कारण अब हम पहले से ही यहाँ कुछ प्रयोगों देख रहे हैं. एक सेवा "मेरी अगली तवीत(tweet)" आप के पूरे ट्विट्टर धारा का विश्लेषण करती है, सब कुछ जो आपने ट्विट्टर पर पोस्ट किया है, आप आगे क्या कह सकते हैं उस की भविष्यवाणी करने के लिए. जैसा कि आप देख सकते हैं अभी, परिणाम कुछ हास्यकारक हो सकते हैं. आप कल्पना कर सकते हैं कि यह कुछ इस तरह का लग सकता है अब से पांच, १० या २० साल बाद हमारे तकनीकी क्षमताओं में सुधार के बाद. इसे एक कदम आगे ले कर, एमआईटी मीडिया प्रयोगशाला रोबोट पर काम कर रहा है जो कि इंसानों की तरह बातचीत कर सकते हैं. लेकिन क्या अगर वह रोबोट बातचीत करने में सक्षम हो सकते एक विशिष्ट व्यक्ति की अनूठी विशेषताओं पर आधारित सामग्री के हजारों, सैकड़ों टुकड़े के आधार पर जो कि व्यक्ति अपने जीवनकाल में उत्पादित करता है? अंत में, इस प्रसिद्ध दृश्य के बारे में सोचिये चुनाव रात २००८ से संयुक्त राज्य अमेरिका में, जहां सीएनएन ने एक जीवित होलोग्राम प्रसारित किया अपने स्टूडियो में हिप हॉप कलाकार विल.इ.ऍम का एंडरसन कूपर के साथ एक साक्षात्कार के लिए. क्या होगा अगर हम उस प्रकार की प्रौद्योगिकी का उपयोग करने में सक्षम होते हमारे चाहने वालों के प्रतिनिधित्व को बीम करने में - एक बहुत जीवित रूप में बातचीत करने के लिए उस सभी सामग्री पर आधारित जो उन्होंने जीवित रहते बनाई थी. मुझे लगता है कि वह पूरी तरह से संभव है हमारे द्वारा उपयोग की जाने वाले डेटा की राशि और प्रौद्योगिकी की क्षमता उसे समझने के लिए दोनों तेजी से विस्तारित होती हैं. अब समापन में, मुझे लगता है कि हम सब को इस बारे में सोचने की जरूरत है अगर हम चाहते हैं कि यह वास्तविकता बने - और यदि हां, यह जीवन की परिभाषा और उसके बाद के लिए क्या मतलब रखता है. बहुत बहुत धन्यवाद.
Last Update: 2019-07-06
Usage Frequency: 1
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"wooo. jeg ville ikke være din terapeut." (latter)
"हे भगवान। मुझे तुम्हारा थैरेपिस्ट नहीं बनना है।" (हंसी) मुझे लगा, "मतलब क्या है इसका?" और उनका कहना था "मैं बस कह रही हूँ, मतलब। अपनी राय अपने पास रखना।" मैंने कहा, "ठीक है भई।" तो मुझे एक थैरेपिस्ट मिल गया । मेरी उसके साथ पहली मुलाकात थी, डायना -- मैं अपनी सूची साथ लेकर आई थी दिल से जीने वालों के तरीके के बारे में, और मैं बैठी। और उसने कहा,"आप कैसी हैं?" मैंने कहा,"मैं बढ़िया हूं। मैं ठीक हूँ ।" उसने कहा, "और क्या चल रहा है?" और ये एक ऐसी थेरेपिस्ट है जो थैरेपिस्टों का इलाज करती है, क्योंकि हम लोगों को इनके पास जाना पड़ता है, क्योंकि उनका बकवास भांपने का यंत्र अच्छा होता है । (हंसी) तो मैंने कहा,
Last Update: 2019-07-06
Usage Frequency: 1
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(latter) (bifald) ... tror i ikke? (latter)
... आपको नहीं लग रहा है? हंसी !
Last Update: 2019-07-06
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